Haryana By Election: ऐलनाबाद की जंग में बाहुबल की आशंका, सतर्क हुई खुफिया एजेंसी, ताकत आजमाइश की तैयारी

Haryana By Election हरियाणा विधानसभा की ऐलनाबाद सीट के उपचुनाव में बाहुबल के इस्‍तेमाल की आशंका है। खुुफिया एजेंसी को शक है कि तीनों तााकतवर प्रत्‍याशी उपचुनाव में अपने बाहुबल का इस्‍तेमाल कर सकते हैंं। इसके मद्देनजर राज्‍य की खुफिया एजेंसी सतर्क हो गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:06 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:09 AM (IST)
Haryana By Election: ऐलनाबाद की जंग में बाहुबल की आशंका, सतर्क हुई खुफिया एजेंसी, ताकत आजमाइश की तैयारी
ऐलनाबाद उपचुनाव में इनेलो के अभय चौटाला, भाजपा प्रत्‍याशी गोबिंद कांडा और कांग्रेस उम्‍मीदवार पवन बेनीवाल। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। Haryana By Election: हरियाणा विधानसभा की ऐलनाबाद सीट पर हो रहे उपचुनाव में प्रतिष्‍ठा कीीजंग है। कांग्रेस और भाजपा अब तक चौटाला परिवार व इनेलो के रहे इस गढ़ में सेंध लगाने की कोशिशों में जुटी हैं। ऐसे में उपचुनाव में बाहुबल के इस्‍तेमाल की भी आशंका है। इस सीट से चुनाव लड़ रहे इनेलो के अभय चौटाला, कांग्रेस के पवन बैनीवाल और भाजपा के गोबिंद कांडा तीनों ताकतवर उम्‍मीदवार हैं। इसके मद्देनजर 30 अक्टूबर को होने वाले मतदान के लिए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। राज्य पुलिस को आशंका है कि इस चुनाव के दौरान हिंसा हो सकती है।

लिहाजा किसी भी विपरीत स्थिति से निपटने के लिए न केवल सिरसा बल्कि आसपास के जिलों की पुलिस को चौकस रहने के लिए कहा गया है। प्रदेश की खुफिया एजेंसी ने पूरी रिपोर्ट गृह सचिव व डीजीपी तक पहुंचा दी है। इस रिपोर्ट पर पुलिस के आला अधिकारी मंथन कर रहे हैं।

अभय चौटाला, गोबिंद कांडा और पवन बैनीवाल तीनों ही हर लिहाज से ताकतवर

ऐलनाबाद में इनेलो प्रत्याशी के रूप में अभय सिंह चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं। उनके हक में इनेलो प्रमुख और राज्य के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला बसनुमा रथ पर सवार होकर प्रचार कर रहे हैं। अभय सिंह चौटाला को भी गांवों में व्यापक समर्थन मिल रहा है। अभय सिंह के समर्थन में बुधवार को उनके पुरानी साथी पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा भी चुनाव प्रचार करने उतर गए । पूर्व सीपीएस श्याम सिंह राणा, पूर्व विधायक नरेश शर्मा बादली और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी समेत करीब एक दर्जन पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक ऐलनाबाद की जंग में अभय चौटाला का साथ दे रहे हैं।

सिरसा समेत आसपास के जिलों की पुलिस व अर्धसैनिक बलों को किया गया चौकस

अभय के सामने भाजपा-जजपा-हलपो गठबंधन के मजबूत प्रत्याशी के रूप में गोबिंद कांडा ताल ठोंक रहे हैं। गोबिंद कांडा पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के छोटे भाई हैं। गोपाल कांडा प्रदेश की राजनीति में अपना अच्छा खासा वजूद रखते हैं। हुड्डा सरकार में गोपाल कांडा काफी पावरफुल मंत्री हुआ करते थे। उन्होंने भाजपा सरकार को भी समर्थन देने का ऐलान किया था, लेकिन उस समय जजपा का सहयोग लेने वाली भाजपा ने यह कहते हुए समर्थन लेने से मना कर दिया था कि उन्हें निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है। जननायक जनता पार्टी के डा. अजय सिंह चौटाला, उनके बेटे दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला भी अभय चौटाला को शिकस्त देने व गोबिंद कांडा की जींत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।

चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों के नेता कर रहे खूब जोर आजमाइश

भाजपा के अधिकतर नेता जो आंदोलनकारियों की वजह से खुलकर मैदान में नहीं आ रहे थे, अब वह पूरी तरह से फील्ड में उतर गए हैं। आंदोलनकारियों के कथित विरोध को दरकिनार कर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, सुभाष बराला, कृष्णलाल पंवार, राजीव जैन और सुनीता दुग्गल सरीखे नेता गोबिंद कांडा के समर्थन में प्रचार में जुटे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी जल्द ही ऐलनाबाद का दौरा कर सकते हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में ताकतवर पवन बैनीवाल तीसरे उम्मीदवार हैं, जिन्हें अभय चौटाला व गोबिंद कांडा से चुनौती मिल रही है। उनके समर्थन में कुमारी सैलजा व विवेक बंसल लगातार प्रचार कर रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी पवन बैनीवाल के लिए प्रचार करने निकले हैं। कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदार रहे भरत बैनीवाल का पवन बैनीवाल को समर्थन मिल पाता है या नहीं, इस पर सबकी निगाह टिकी हुई है। भरत बैनीवाल हालांकि अपने भतीजे पवन बैनीवाल के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं, लेकिन कहा जाता है कि  उनका दिल कहीं दूसरी तरफ टिका हुआ है। कुल मिलाकर प्रदेश की खुफिया एजेंसियों के पास ऐसा फीडबैक है कि इस चुनाव में अभय सिंह चौटाला, गोबिंद कांडा व पवन बैनीवाल के समर्थकों के बीच किसी भी समय मनमुटाव हो सकता है। लिहाजा पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

2019 के चुनाव नतीज पर एक नजर

2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो उम्मीदवार के रूप में अभय सिंह चौटाला को डेढ़ लाख वोटों में से 57 हजार वोट (38 प्रतिशत) मिले थे। वह चुनाव जीत गए थे। भाजपा के पवन बैनीवाल को 45 हजार (30 प्रतिशत), जबकि कांग्रेस से भरत बैनीवाल को 35 हजार (23 प्रतिशत) वोट हासिल हुए थे। जजपा के ओपी सिहाग को साढ़े 6 हजार वोट मिले थे, जो साढ़े चार प्रतिशत से भी कम थे। पवन बैनीवाल अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं, जबकि भरत बैनीवाल को टिकट नहीं मिला है।

कांग्रेस से अंतिम बार यह सीट 1991 के चुनाव में जीती थी एवं 1996 से आज तक यहां से देवी लाल-चौटाला की पार्टी का उम्मीदवार ही जीतता रहा है। वर्ष 2007-08 के परिसीमन से पहले ऐलनाबाद हलका एससी (अनुसूचित जाति) के लिए आरक्षित होता था। वर्तमान में ऐलनाबाद सीट पर 1.85 लाख मतदाता हैं जबकि ग्रामीण पोलिंग स्टेशन 166 जबकि शहरी पोलिंग स्टेशनों की संख्या 24 है।

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