सत्ता के गलियारे से : विज के ट्वीट पर दिग्विजय चौटाला की टिप्‍पणी- घोड़े की गलती नहीं- लगाम पकड़ने की कला अहम

सत्‍ता के गलियारे से हरियाणा की सियासत में पर्दे के पीछे खूब गतिविधियां चलती हैं। ये राेचक होती हैं। पिछले दिनों अफसरशाही को लेकर अनिल विज ने ट्वीट किया तो जजपा नेता दि‍ग्विजय चौटाला ने राेचक टिप्‍पणी की। कहा- गलती घोड़े की नहीं लगाम पकड़ने की कला महत्‍वपूर्ण है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:36 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:47 PM (IST)
सत्ता के गलियारे से : विज के ट्वीट पर दिग्विजय चौटाला की टिप्‍पणी- घोड़े की गलती नहीं- लगाम पकड़ने की कला अहम
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज और जजपा नेता दिग्विजय चौटाला। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]।  हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का पिछले दिनों ट्वीट के जरिये एक बयान आया कि अधिकारी मेरे और मुख्यमंत्री के बीच गलतफहमियां पैदा करने छोड़ें। मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए मेरी फाइलें रोकी जा रही हैं। विज के इस बयान को इंटरनेट मीडिया पर अलग-अलग ढंग से लिया, लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली राय भाजपा की साझीदार जननायक जनता पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला की रही। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के छोटे भाई दिग्विजय ने विज के इस ट्वीट पर किसी मीडियाकर्मी को जवाब दिया कि इसमें किसी घोड़े की गलती नहीं है। घुड़सवार को घोड़े की लगाम ठीक से पकड़नी आनी चाहिये। अब दिग्विजय ने यह बात खुद कही या किसी के कहने पर, यह तो वे ही बता सकते हैं।

कांग्रेसी कारिंदे की पेजथ्री पार्टी

हरियाणा कांग्रेस के कार्यालय में कुछ दिनों तक काम करने वाले एक व्यक्ति ने कमाल ही कर दिया। यह आदमी अशोक तंवर के टाइम में काम करता था, लेकिन तंवर की विदाई के बाद उसने अपना खुद का काम कर लिया। पिछले दिनों इस व्यक्ति ने एक पेजथ्री टाइप पार्टी का आयोजन किया, जिसमें हरियाणा की अफसरशाही में टाप के कई अधिकारी शामिल हुए। बाकायदा फोटो खिंचवाए गए। उन्हें इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया गया। खुद को दूध का धुला मानने वाले इन अधिकारियों की कांग्रेस के एक पूर्व कारिंदे की पार्टी में मौजूदगी कई तरह के सवाल खड़े कर रही है।

इसलिए लगा पदकों पर ग्रहण

लंबी छलांग मारने के लिए पहले एक पांव पीछे करना पड़ता है, फिर वही पांव आगे बढ़ाना पड़ता है। टोक्यो ओलिंपिक में अभी तक जितने मुकाबले हुए, उनमें हरियाणा के छोरे-छोरियां कुछ खास रंग नहीं जमा सकें। अभी धाकड़ शेर-शेरनियां बाकी हैं, जिनसे पदक की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन, बड़ा सवाल यह है कि आखिर ओलिंपिक में हमारे खिलाड़ी दमखम क्यों नहीं दिखा सके। इसका जवाब एक कोच ने कुछ इस तरह दिया, खिलाड़ी अब अपनी प्रैक्टिस के लिए मैदान में कम और इंटरनेट मीडिया पर ज्यादा समय बिताते हैं। कुछ खिलाड़ी तो ऐसे हैं, जिनकी आंखें ग्लैमर से पूरी तरह चुंधियां चुकीं। उन्हें ग्लैमर और इंटरनेट मीडिया ने अपनी जकड़न में ले लिया है। इन खिलाड़ियों को खेल का मैदान चुनना होगा या फिर इंटरनेट मीडिया की चकाचौंध दुनिया।

किसी के बाप का नहीं खाती

हरियाणा की भाजपा नेत्री बिग बास फेम सोनाली फोगाट आजकल खूब सुर्खियों में है। कभी उनके बयानों को लेकर तो कभी कपड़ों पर सवाल उठाए जाते हैं। सोनाली इन सवालों का जवाब भी पूरी निडरता के साथ दे रही हैं। सोनाली को कठघरे में खड़ा करने वाले भी कोई मौका नहीं चूक रहे। पानीपत की एक महिला नेत्री ने तो सोनाली को एफआइआर दर्ज कराने की खुली चुनौती दे डाली है। सोनाली और उनके विरोधियों के बीच इंटरनेट मीडिया पर चल रहा यह विवाद खूब चर्चा में है। इस विवाद में आरोप-प्रत्यारोप से लोगों को ऐसी बातें भी पता चल रही हैं, जो पता नहीं चलनी चाहिए थी। अब यह विवाद कहां तक लंबा खिंचता है, यह सोनाली और उनके विरोधियों पर निर्भर करने वाला है। 

 यह आप मुझ पर छोड़ दो

पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला अपने चंडीगढ़ आवास पर मीडिया से रूबरू हुए। उनसे जब पोते दुष्यंत चौटाला को लेकर एक के बाद एक सवाल पूछे गए तो बड़े चौटाला तैश में आ गए। शांत स्वभाव के चौटाला से इस तैश की उम्मीद नहीं की जा सकती थी। वह बड़े से बड़ा और चुटीले से चुटीला सवाल भी बड़े ही हलके ढंग से टालने में माहिर हैं, लेकिन उस दिन मामला कुछ बिगड़ा-बिगड़ा सा नजर आया।

दरअसल, जब बड़े चौटाला के गुस्से के कारण की तह में जाया गया तो पता चला कि प्रेस कान्फ्रेंस से पहले एक गोलमेज मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में चौटाला ने अपने खास लोगों से पूछा कि आप यह बताओ, किस बात से प्रेस कान्फ्रेंस शुरू करूं। चौटाला के साथियों ने कहा कि सबसे ज्यादा सवाल दुष्यंत को लेकर आने वाले हैं। साथियों की इस आशंका को चौटाला ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह मुद्दा आप मुझ पर छोड़ दो। मैं अपने आप देख लूंगा। बाकी मुद्दे बताओ।

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