कोरोना को मात देने वाले बेहतरीन तरीकों को अपने जिलों में अपनाएंगे दिल्ली NCR के अधिकारी
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के अधिकारी अब एक-दूसरे के जिलों में किए गए अच्छे कार्यों को अपनाएंगे।
नई दिल्ली [बिजेंद्र बंसल]। लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के अधिकारी अब एक-दूसरे के जिलों में किए गए अच्छे कार्यों को अपनाएंगे। इतना ही नहीं दिल्ली और एनसीआर के अधिकारी अपने समक्ष आ रही चुनौतियों को भी एक-दूसरे से साझा करेंगे, ताकि सबके अनुभव से उनका तत्काल हल निकल सके।
गृहमंत्री अमित शाह खुद दिल्ली एनसीआर में फैल रहे कोरोना संक्रमण पर चिंता जता चुके हैं। शाह अब तक दिल्ली की तीन बार और एनसीआर के अधिकारियों सहित एनसीआर के जिलों के राज्य उत्तर प्रदेश व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से दो बार चर्चा कर चुके हैं। गत दिवस अमित शाह ने साफतौर पर आदेश दिए हैं कि सभी जिला अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर घटाने की दिशा में कारगर कदम उठाना होगा।
इसके लिए उनके समक्ष दिल्ली सहित फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गाजियाबाद, नोएडा जिलों के आंकड़े रखे गए। इन आंकड़ों को देखते हुए शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से फरीदाबाद के आंकड़े देखते हुए यह भी कहा कि अधिकारियों को कोरोना संक्रमण रोकने के अलावा मृत्यु दर कम करने की दिशा में भी काम करना होगा। एंटीजन किट से तुरंत कोरोना टेस्ट होंगे तो उसका परिणाम भी तुरंत ही सामने आएगा। इससे कोरोना का समुदाय में फैलाव नहीं हो सकेगा।
राधा स्वामी सत्संग परिसर की तरह कर लें स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी
केंद्र सरकार की तरफ से दिल्ली एनसीआर के अधिकारियों को यह भी आदेश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं का भी स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए सहयोग लें। इससे प्रशासन को स्वयंसेवी मिल जाएंगे और कोरोना मरीजों का ठीक समय पर उपचार भी किया जा सकता है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने हरियाणा में गुरुग्राम की हेल्पलाइन को बेहतर बताते हुए कहा कि इसे दिल्ली सहित सभी शहरों में अपनाया जाना चाहिए। दिल्ली में राधा स्वामी सत्संग परिसर में दस हजार बेड उपलब्ध कराए जा सकते हैं तो फिर फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा जैसे बड़े शहरों में भी इस तरह की सुविधाओं के लिए प्रयास किए जा सकते हैं।
निजी अस्पतालों की तय दर पर ही इलाज सुनिश्चित कराए प्रशासन
गृहमंत्री अमित शाह के आदेश पर ही नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल की रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कोरोना इलाज के लिए निजी अस्पतालों की दर तय कराई गई थीं। दिल्ली के बाद हरियाणा ने भी इन दरों को लागू कर दिया था। मगर फिर भी कुछ निजी अस्पताल मरीजों के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि प्रशासनिक अधिकारी तय दर पर ही इलाज सुनिश्चित कराएं।
बीमार बुजुर्गों का सर्वे कर उनका कोरोना टेस्ट सुनिश्चित कराया जाएगा
फरीदाबाद जिला प्रशासन ने कोरोना को मात देने के लिए पूरे जिला के बुजुर्गों का सर्वे कराकर उनका कोरोना टेस्ट सुनिश्चित कराया। इस सर्वे में 21 हजार बुजुर्ग ऐसे पाए गए जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और उनकी आयु भी 65 साल से ऊपर है। इन बुजुर्गों का पहले ही चरण में उनके घर पर जाकर एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट कराने की प्रक्रिया फरीदाबाद प्रशासन पूरी कर रहा है। इसकी जानकारी नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बृहस्पतिवार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित सभी अधिकारियों के समक्ष रखी। इसके बाद उन्होंने यह सवाल भी किया कि क्या यह कार्य दिल्ली एनसीआर के अन्य जिलाधिकारी करवा रहे हैं। यदि नहीं करवा रहे हैं तो इसे कोरोना को मात देने के क्रम में अच्छा कार्य (बेस्ट प्रेक्टिस) मानते हुए तुरंत अपना लेना चाहिए। इसके अलावा ऐसे बीमार बुजुर्गों की ज्यादा देखभाल का जिम्मा भी प्रशासन उठा सकता है। जिनके पास देखभाल के लिए अपनों की कमी है, उन्हेंं नॄसग स्टॉफ भी उनके घर पर ही उपलब्ध कराया जा सकता है।
हमें अपनी बेस्ट प्रेक्टिस एक दूसरे के साथ साझा करनी है
फरीदाबाद के मंडलायुक्त संजय जून का कहना है कि केंद्रीय गृहमंत्री के साथ हुई दिल्ली एनसीआर के अधिकारियों की बैठक में यह साफ हो गया है कि हमें अपनी बेस्ट प्रेक्टिस एक दूसरे के साथ साझा करनी है। इससे कोरोना को मात देने में काफी मदद मिलेगी। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने जो सुझाव अधिकारियों को दिए हैं, उनसे भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई लडऩे में काफी मदद मिलेगी।