CoronaVirus: हरियाणा में समुचित इलाज का भरोसा बन रहा कोविड की लड़ाई में बड़ी ताकत

CoronaVirus हरियाणा में कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी ताकत झाेंक दी गई है। कोरोना मरीजाें के समुचित इलाज का भरोसा कोविड के खिलाफ लड़ाई में बड़ी ताकत बन गया है। काेविड अस्‍पतालों में मरीजों के इलाज की बेहतर सुविधाएं कारगर साबित हो रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 01:52 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 01:52 PM (IST)
CoronaVirus: हरियाणा में समुचित इलाज का भरोसा बन रहा कोविड की लड़ाई में बड़ी ताकत
हरियाणा में कोविड अस्‍पतालों में समुचित इलाज का भरोसा जगा है। (सांकेतिक फोटो)

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में कोराेना महामारी के खिलाफ लड़ाई के बीच कुछ अच्छी खबरें भी सामने आ रही हैं, जो जिंदगी को उत्साहित बनाने के साथ ही आशा की नई किरण भी पैदा कर रही हैं। कोरोना की सुनामी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार जहां दिन रात पुख्ता इंतजामों में व्यस्त हैं, वहीं ऑक्सीजन की व्यवस्था से लेकर नए कोविड अस्पतालों के निर्माण तथा उनमें डाक्टरों के बंदोबस्त को लेकर पूरी प्रशासनिक मशीनरी पूरे जी-जान से जुट गई है। अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट के लिए लैब की संख्या में बढ़ोतरी करने के साथ ही उनके समुचित इलाज का भरोसा कोविड की लड़ाई में सबसे बड़ी ताकत बनकर उभर रहा है।

कोरोना से जंग में उतरी पूरी सरकार, बुनियादी ढांचा बदलने में लगे अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कोरोना से लड़ी जा रही जंग में पूरी सरकार को फील्ड में उतार दिया है। मुख्यमंत्री स्वयं हर जिले में जाकर इंतजामों का जायजा ले रहे हैं और रात को गोलमेज कान्फ्रेंस के दौरान अगले दिन की रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपने दमदार प्रयासों से स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ-साथ डाक्टरों, कर्मचारियों और इलाज के चाहवान लोगों में हौसला भरकर रखा है।

सभी केंद्रीय मंत्रियों, राज्य सरकार के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की हरसंभव मदद करने को कहा गया है। राजनीतिक स्तर पर भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो भी अपने-अपने स्तर पर लोगों की मदद करने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने दे रहे हैं।

रिकवरी रेट बढ़कर 79 फीसद और मृत्यु दर 1.08 फीसद से घटकर 0.90 फीसद दे रही हौसला

मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ मुख्यालय के सभी अनुभवी प्रशासनिक अधिकारियों को फील्ड में उतारकर स्वास्थ्य सुविधाओं का बुनियादी ढांचा दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं। मुख्यालय पर अब इक्का-दुक्का अधिकारी ही हैं, जिनकी व्यवस्थागत जरूरत है, अन्यथा ज्यादातर अधिकारी फील्ड में लोगों का मनोबल बढ़ाकर उन्हें समुचित इलाज दिलाने के लिए प्रयासरत नजर आ रहे हैं।

इन पूरी व्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा जिम्मेदारी जिला उपायुक्तों, अतिरिक्त जिला उपायुक्तों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की है। पुलिस अधीक्षकों से व्यवस्था संभालने, दवाइयों की कालाबाजारी तथा एंबुलेंस चालकों की मनमानी और ऑक्सीजन की सप्लाई में आने वाले किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए कहा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि जनता के इलाज की अनदेखी करने अथवा किसी दूसरी तरह की लापरवाही में वह कार्रवाई के लिए तैयार करें। प्रदेश सरकार ने हाल ही में 98 हजार होम आइसोलेट लोगों को करीब पांच हजार रुपये की अंग्रेजी व देसी दवाइयों तथा उपकरणों युक्त किट बांटने का फैसला लिया है।

सुधर रहा रिकवरी रेट दे रहा तसल्ली

पिछले साल मई के प्रथम सप्ताह के मुकाबले फिलहाल रिकवरी रेट 46.85 फीसद की तुलना में बढ़कर 79 फीसद और मृत्यु दर 1.08 फीसद से घटकर 0.90 फीसद हो गई है। हालांकि तब और अब के हालात में बहुत फर्क है, लेकिन सुधर रहा आंकड़ा मरीजों व उनके तीमारदारों को तसल्ली देने वाला है। पिछले साल 10 लाख लोगों में से मात्र 1675 लोगों के ही टेस्ट किए जा रहे थे, जो अब तीन लाख टेस्ट के पार पहुंच गए हैं। यानी जमीन-आसमान का अंतर। राज्य में टेस्टिंग लैब की संख्या 13 से बढ़कर 40 कर दी गई है, जबकि आठ नई लैब भी जल्द शुरू होने का दावा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है।

पहले रोजाना 42 हजार टेस्ट किए जाते थे, जो अब बढ़ाकर 52 हजार तक पहुंच गए हैं। राज्य के मेडिकल कालेजों में बेड की संख्या 2,674 से बढ़कर 8,777 पहुंच गई है। पानीपत और हिसार के स्पेशल कोविड अस्पतालों का संचालन भी जल्द शुरू होने वाला है, जहां एक हजार बेड की व्यवस्था होगी।

 इन बातों को भी जानिये, मिलेगी ऊर्जा प्रतिदिन जितने कोरोना के नए मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे, उनके 83 प्रतिशत से अधिक मरीज ठीक होकर घर भी जा रहे। होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे प्रत्येक जिले के जरूरतमंद मरीजों को उनके घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई आज से शुरू हो गई है। इसके लिए पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हो चुका है।  हरियाणा पुलिस की 440 नई गाडि़यों के साथ निश्शुल्क कोविड-19 अस्पताल परिवहन सेवा शुरू की गई।  प्रत्येक जिले में 20-20 गाडि़यां भेजी जाएंगी। अब तक 126 गाडि़यां भेजी जा चुकी हैं। शेष गाडि़यां जल्द भेजी जा रही हैं।  पिछले वर्ष मई के प्रथम सप्ताह में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कुल 9,444 बेड की व्यवस्था थी, जो अब बढ़कर 22,429 हो गई। पिछले वर्ष मई के प्रथम सप्ताह में लोगों के क्वारंटाइन के लिए कुल 17,618 बेड की व्यवस्था थी, जो अब बढ़कर 55, 438 बेड हो गई है।  प्रदेश में विभिन्न मेडिकल कालेजों, सरकारी अस्पतालों व प्राइवेट अस्पतालों में कुल 11.354 ऑक्सीजन बेड तथा 4,563 वेंटिलेटर/आइसीयू बेड की व्यवस्था है।  प्रदेश में इस समय विभिन्न मेडिकल कालेजों, सरकारी अस्पतालों व प्राइवेट अस्पतालों में 9,188 कोरोना मरीज ऑक्सीजन पर तथा 4033 मरीज वेंटिलेटर/आइसीयू पर हैं।

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