जोगिया सब जानता है: मुख्यमंत्री ने खोजा, स्वस्थ रोगियों का निदान, पढ़ें हरियाणा की और भी खबरें

राजनीति में ऐसी कई खबरें होती हैं जो अक्सर सुर्खियों में नहीं आ पाती। आइए हरियाणा के साप्ताहिक कालम जोगिया सब जानता है में नजर डालते हैं राज्य की कुछ ऐसी ही रोचक व अंदर की खबरों पर...

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 12:46 PM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 12:46 PM (IST)
जोगिया सब जानता है: मुख्यमंत्री ने खोजा, स्वस्थ रोगियों का निदान, पढ़ें हरियाणा की और भी खबरें
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की फाइल फोटो।

चंडीगढ़ [बिजेंद्र बंसल]। मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार सुबह अचानक चंडीगढ़ से निकलकर जब राज्य के विभिन्न जिलों में पहुंचे तो कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप की जमीनी हकीकत से रूबरू हुए। गुरुग्राम में जब उन्हेंं भाजपा विधायक सुधीर सिंगला ने वस्तुस्थिति का ज्ञान कराया तो वे हैरान रह गए कि कुछ निजी अस्पतालों में संक्रमण को मात दे चुके लोग भी बेड घेरे हुए हैं। मुखियाजी ने तुरंत निर्देश दिए कि चाहे कोई जितना भी प्रभावी व्यक्ति हो, यदि वह ठीक हो रहा है और होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है तो उससे बेड खाली करवाकर दूसरे जरूरतमंद को दे दिया जाए। उन्होंने प्रशासन को ऐसे लोगों के लिए खाली फ्लैटों में अस्थायी बेड बनाए जाने की सलाह भी दी। मुखियाजी ने गुरुग्राम, रोहतक, फरीदाबाद के इस दौरे में मिले फीडबैक के बाद अपने उन अधिकारियों को भी खबर ली जो चंडीगढ़ एसी कमरों में बैठकर उन्हेंं वस्तुस्थिति नियंत्रण में बताते हैं।

कर्फ्यू की फुलफार्म, केयर आफ यू

कोरोना संक्रमण की महामारी के दौर में शासन-प्रशासन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के तहत ही कर्फ्यू, लाकडाउन जैसे सख्त आदेश जारी करता है। हालांकि इन आदेशों के क्रियान्वयन के लिए आमजन के बीच जागरूकता अभियान जरूरी है। आपदा प्रबंधन से जुड़े विज्ञानी बताते हैं कि जिस क्षेत्र विशेष में शासन-प्रशासन के अधिकारी जागरूकता को अपना सशक्त अधिकार बना लेते हैं,उनके प्रयास सार्थक रूप में सफल होते हैं। यूं तो कर्फ्यू का नाम सुनकर ही ऐसा काल्पनिक दृश्य आंखों में बस जाता है कि जगह-जगह लगे पुलिस नाकों पर कड़ी जांच, सुनसान सड़कें, जरा चूक पर पुलिसिया अंदाज की फटकार, मगर फरीदाबाद में पुलिस आयुक्त ओपी सिंह आम्रजन के बीच जागरूकता अभियान से इस दृश्य को बदल रहे हैं। वीडियो-कान्फ्रेंसिंग के जरिये यही संदेश देते हैं कि कर्फ्यू यानी केयर आफ यू। उनके इस संदेश का असर पुलिसकॢमयों पर तो हो ही रहा है, आमजन भी इसके प्रति गंभीर हो रहे हैं।

दो बेचारे शहर में, आशियाना ढूंढ़ते हैं

सूबे से लोकसभा के दो सदस्य दिल्ली में आशियाना ढूंढ़ रहे थे। उनपर चुटकी लेते हुए लोग एक फिल्मी गाने की पंक्तियां दोहराते थे- दो बेचारे शहर में आशियाना ढूंढते हैं। ये दोनों हैं संजय भाटिया और नायब सैनी। इनमें से कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद नायब सैनी को जहां पार्टी में पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का दायित्व मिला वहीं अब फिरोजशाह रोड पर नया आशियाना मिल गया है। सैनी खुश हैं। अपने लोकसभा क्षेत्र से चुने हुए विधायकों के साथ वे चंडीगढ़ जाकर मुखियाजी का भी आभार जता आए हैं। मनोहर लाल सरकार प्रथम भाग में सैनी मुखियाजी के खास विश्वासपात्र रहे। फिर मुखियाजी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र से पार्टी का टिकट दिलवा दिया। सैनी के बारे में कहा जाता है कि वे मुखियाजी के प्रति जितने निष्ठावान हैं, दूसरा शायद ही कोई हो। खुद सैनी भी अनौपचारिक बातचीत में यह राज खोल देते हैं।

विश्वास से जीतें जंग

आए दिन दिल-दहला देने वाली सूचना पाकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे मरीजों के अलावा उनके इलाज में लगे डाक्टर और पैरा-मेडिकल स्टाफ विचलित हो जाता है। एक सर्वे में कहा गया है कि इस महामारी के दौर में कोरोना से पीडि़त मरीज से लेकर उनके परिजन तक यह चाहते हैं कि प्रचार तंत्रों के माध्यम से उन्हेंं महामारी के प्रकोप व कहर के बारे में बताने के बजाय, इससे निपटने के उपाय ही बताए जाएं। कोरोना संक्रमण की बीमारी पर विजय प्राप्त करने के लिए ठीक होने का विश्वास भी जरूरी है। अपने से बड़े और अनुभवी लोगों से यह विश्वास मिलता है। तो यही विश्वास देने के लिए चरखी दादरी के उपायुक्त राजेश जोगपाल पीपीई किट पहनकर विभिन्न अस्पतालों में निरीक्षण करने जा पहुंचे। इस दौरान जोगपाल ने मरीजों और उनके परिजनों से लेकर इलाज में जुटे डाक्टर, पैरा-मेडिकल स्टाफ में जंग जीतने का विश्वास कायम किया।

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