भाकियू अध्यक्ष गुणी प्रकाश का किसान संगठनों पर हमला, कहा- पंजाब के सीएम अमरिंदर करा रहे नौ माह से आंदोलन

भारतीय किसान यूनियन के अध्‍यक्ष गुणी प्रकाश ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदाेलन कर रहे किसान संगठनों पर हमला किया है। उन्‍होंने कहा कि पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह नौ माह से किसान आंदोलन चला रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 12:16 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 12:16 PM (IST)
भाकियू अध्यक्ष गुणी प्रकाश का किसान संगठनों पर हमला, कहा- पंजाब के सीएम अमरिंदर करा रहे नौ माह से आंदोलन
भ‍ाकियू प्रधान गुणी प्रकाश ने केिसान संगठनों पर हमला किया है। धरने पर बैठे आंदोलनकारी किसान। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन (मान गुट) के प्रदेश अध्यक्ष गुणी प्रकाश ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह किसान संगठनों का आंदोलन नहीं बल्कि व्यापार है। उन्होंने खुलकर आरोप लगाया कि इस पूरे आंदोलन का संचालन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कर रहे हैं।

भारतीय महिला किसान यूनियन का गठन, संयुक्त किसान मोर्चा में मांगी हिस्सेदारी

एक यू-ट्यूब पोस्ट के जरिये भाकियू अध्यक्ष गुणी प्रकाश ने कहा कि करनाल में जितने भी आंदोलनकारी जमा था, उनमें सत्तर फीसद कैप्टन ने पंजाब से भेज रखे थे। कैप्टन को जब यह खतरा हो गया कि आंदोलन उनके अपने राज्य में बढ़ सकता है तो वह कहने लगे कि आंदोलन को हरियाणा और दिल्ली में लेकर जाओ।

गुणी प्रकाश ने कहा कि अब अपने द्वारा फैलाई गई आग से जब अपना ही घर जल जाने का खतरा पैदा हुआ तो कैप्टन अमरिंदर सिंह को हरियाणा और दिल्ली में आंदोलन स्थल याद आने लगे। जब वह किसान संगठनों को पिछले नौ माह से आंदोलन के लिए प्रेरित कर रहे थे, तब उन्हें देश व वास्तविक किसानों के हित याद नहीं आए।

भाकियू नेता गुणी प्रकाश ने गुरनाम सिंह चढूनी पर भी खुला हमला बोला। उन्होंने कहा कि सारे चुनाव हारे हुए लोग यह आंदोलन चला रहे हैं, जो कि एक धंधा है और राजनीति से प्रेरित है। इस आंदोलन में किसानों के हित नहीं बल्कि अहित छिपे हैं। आंदोलनकारी नहीं चाहते कि किसानों को फायदा पहुंचे। भला कोई सरकार ऐसा कानून क्यों लागू करेगी, जिससे किसानों को नुकसान पहुंचता हो। गुणी प्रकाश ने चढ़ूनी को 'अतितायी' तक बोल दिया।

भारतीय महिला किसान यूनियन का गठन, संयुक्त किसान मोर्चा में मांगी हिस्सेदारी

दूसरी तरफ जींद की कंडेला खाप की महिला किसान गुरमिंदर कंडेला ने भारतीय महिला किसान यूनियन का गठन किया है। गुरमिंदर कंडेला किसान नेता रामफल कंडेला की बेटी हैं। 11 साल की उम्र में ही वह अपने पिता के साथ किसानों के आंदोलन में शामिल हो गई थी। उसके बाद से वह लगातार सामाजिक गतिविधियों में एक्टिव किया है। अब गुरमिंदर कंडेला ने फैसला लिया है कि वह महिला किसानों की आवाज बनेगी। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई कि संयुक्त किसान मोर्चा के 40 संगठनों में महिला संगठन को क्यों नहीं शामिल किया गया।

गुरमिंदर कंडेला ने कहा कि मंडियां कहीं बंद नहीं हो रही। केंद्र सरकार ने खुली मंडी की व्यवस्था कर किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने के लिए आजाद कर दिया है। केंद्र सरकार को एमएसपी की गारंटी जरूर देनी चाहिए, लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं।

chat bot
आपका साथी