हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस का फोकस संगठन के गठन पर, इस माह तैयार हो जाएगी नई टीम

हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस का फोकस इस माह संगठन के गठन पर है। भाजपा अगले सप्ताह तक प्रदेश संगठन की नई टीम घोषित कर सकती है। वहीं कांग्रेस ने 5 व 6 अप्रैल को दिल्ली में जिला पर्यवेक्षकों की बैठक बुलाई बुलाई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 02:04 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 02:04 PM (IST)
हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस का फोकस संगठन के गठन पर, इस माह तैयार हो जाएगी नई टीम
हरियाणा में भाजपा व कांग्रेस का फोकस संगठन के गठन पर। सांकेतिक फोटो

नई दिल्ली [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का अप्रैल माह में मुख्य फोकस संगठन के गठन पर रहेगा। भाजपा को जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद प्रदेश टीम बनानी है तो कांग्रेस को जिला अध्यक्षों सहित प्रदेश की पूरी टीम का गठन करना है। भाजपा ने प्रदेश टीम की घोषणा के लिए 6 अप्रैल तक समय निश्चित किया है तो कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कहते हैं कि अप्रैल माह में उनका जिला व प्रदेश का संगठन गठित हो जाएगा।

भाजपा को प्रदेश टीम पर अंतिम मुहर लगवाने के लिए दिल्ली दरबार की अनुमति लेनी है तो कांग्रेस ने 5 व 6 अप्रैल को जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के लिए बनाए गए पर्यवेक्षकों की बैठक दिल्ली में बुलाई है। पर्यवेक्षकों की बैठक में प्रत्येक जिला के लिए तीन-तीन नाम के पैनल लिए जाएंगे। इन पैनल में से एक-एक नाम की सूची प्रदेश अध्यक्षा कुमारी सैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, विधायक कुलदीप बिश्नोई, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल के साथ बैठकर तैयार करेंगे। यह सूची सैलजा जारी करेंगी। कांग्रेस ने तय किया है कि इस बार जिन जिलों में नगर निगम है, उनमें दो जिला अध्यक्ष बनाए जाएंगे। इनमें से एक नगर निगम क्षेत्र और दूसरा ग्रामीण क्षेत्र का जिलाध्यक्ष होगा। फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत में तो इस प्रेक्टिस को प्रभावी माना जा रहा है।

भाजपा संगठन में महिलाओं और युवाओं को मिलेगा पर्याप्त स्थान

पंचायत सहित स्थानीय निकाय चुनाव में 50 फीसद आरक्षण दिए जाने के बाद अब भाजपा के रणनीतिकारों का यह प्रयास रहेगा कि प्रदेश की नई टीम में महिलाओं को विशेष स्थान मिले। वैसे भी इस बार प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ चाहते हैं कि उनकी प्रदेश टीम में युवा वर्ग की भागीदारी ज्यादा से ज्यादा हो। महिला व युवाओं की अलग प्रदेश टीम के बावजूद इस बार मुख्य टीम में महिलाओं और युवाओं को विशेष स्थान दिया जाएगा। भाजपा की प्रदेश टीम गठन में एक बड़ी समस्या यह मानी जा रही है कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के बीच सहमति नहीं बन पाई है।

यह भी पढ़ें: कोविड प्रोटोकाल तोड़ा तो पंजाब में लग सकती हैं और पाबंदियां, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा 8 को लेंगे फैसला

असल में प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने जिलाध्यक्षों की घोषणा में अपना ज्यादा हस्तक्षेप नहीं किया था क्योंकि उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने तक जिल अध्यक्षों के नाम नीचे से लगभग तय किए जा चुके थे। मगर अब धनखड़ चाहते हैं कि प्रदेश टीम सिर्फ और सिर्फ उनके अनुसार ही बने। इसमें उनके समर्थकों का यह भी तर्क है कि मुख्यमंत्री अपना मंत्रिमंडल गठित करते समय प्रदेश अध्यक्ष से जितनी सलाह लेते हैं उतनी ही सलाह प्रदेश टीम बनाते समय मुख्यमंत्री से ली जाए। बावजूद इसके मुख्यमंत्री की सहमति के बिना धनखड़ के लिए प्रदेश टीम बनाना मुश्किल होगा।

चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं को नहीं मिलेगी संगठन की जिम्मेदारी

कांग्रेस हरियाणा में संगठन काफी सोच विचार कर बनाएगी। इस क्रम में पार्टी के रणनीतिकारों ने प्रदेश प्रभारी को यह भी सलाह दी है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं को संगठन में जिम्मेदारी नहीं दी जाए। इतना ही नहीं जी-23 के नेताओं से जुड़े उनके कट्टर समर्थकों को संगठन में जगह देने से गुरेज किया जाएगा। इस क्रम में पर्यवेक्षकों को यह भी निर्देश दिए हैं कि वे एक जिला से तीन नाम के पैनल में जी-23 के नेताओं के समर्थकों का नाम तीसरे नंबर पर ही रखें। जिले में विशेष पकड़ रखने और पार्टी के मौजूदा नेतृत्व को सही मानने वाले नेताओं का नाम पहले नंबर रखा जाए।

यह भी पढ़ें : क्रिकेटर खेल कोटे से किसी लाभ को लेने का हकदार नहीं, PPSC ने हाई कोर्ट में हलफनामा देकर दी जानकारी

chat bot
आपका साथी