पीएम मोदी संग बैठक के बाद हरियाणा सरकार का बड़ा कदम, अधिक संख्या में लोगों के जमा होने पर रोक
हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद बड़ा कदम उठाया है। हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों के अधिक संख्या में एकत्र होने पर रोक लगा दी है।
चंडीगढ़, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद हरियाणा सरकार ने कोरोना के मद्देनजर बड़ा कदम उठासा है। राज्य सरकार ने एक साथ एक जगह पर 200 लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति वापस ले ली है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे छह जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, पलवल और नूंह में किसी भी समारोह या कार्यक्रम में हाल में 50 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकते। खुले में इन जिलों में 100 लोग किसी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। राज्य के बाकी बचे 16 जिलों में हाल में 100 लोग और खुले में 200 लोगों के कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति होगी।
हरियाणा सरकार के छह जिलों में 50 व 16 जिलों में सौ से ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक
बता दें कि अभी तक राज्य के हर जिले में 200 आदमी एक साथ इकट्ठा हो सकते थे। हरियाणा में कोरोना के हर रोज करीब दो हजार केस आ रहे हैं। इससे सरकार खासी चिंतित है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान सरकार के इस नए फैसले की जानकारी दी है। राज्य में कल से शादियां शुरू होने वाली हैं। शादियों में कोरोना बम फूटने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता था, लेकिन अब भीड़ की संख्या कम कर दिए जाने के बाद राहत मिल सकती है, हालांकि जिन परिवारों में शादियां हैं और जिन्होंने 200 लोगों को बुलाने की मंशा से कार्ड बांट रखे हैं, उन्हें आर्थिक व पारिवारिक हर तरह की दिक्कत आ सकती है।
प्रदेश सरकार ने अभी तक दे रखी थी 200 लोगों के किसी कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री को जानकारी दी कि हरियाणा सरकार अपने राज्य में करीब एक करोड़ मास्क बंटवाने जा रही है। मास्क का आर्डर दिया जा चुका है। हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है। हालांकि सरकार मास्क नहीं पहनने वालों पर दो हजार रुपये जुर्माना कर सकती है, लेकिन सरकार की मंशा जुर्माना लगाकर लोगों को सचेत करने की बजाय उन्हें जागरूक बनाने पर है, ताकि वह स्वयं आगे बढ़कर सहयोग कर सकें। मास्क नहीं पहनने वालों के चालान काटे गए। उनसे करीब 25 करोड़ रुपये की राशि आई, लेकिन चालान काटकर धन इकट्ठा करना हमारा मकसद नहीं है। हम लोगों को जागरूक करना चाहते हैं।
एनसीआर से सटे छह जिलों मे कोरोना का ज्यादा असर, एक करोड़ मास्क बांटेगी सरकार
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने बताया कि पूरे देश में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण चल रहा है। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी, क्योंकि वह सबसे ज्यादा रिस्क जोन में हैं। उन्हें लोगों के स्वास्थ्य की चिंता है और वह उनके हित में तथा उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं। मनोहर लाल ने स्पष्ट किया कि इसके बाद लोगों को उनकी आयु के हिसाब से दवाई मिलेगी। हर आदमी तक कोरोना वैक्सीन पहुंचे, प्रदेश सरकार इसका खाका तैयार करने में लगी है।
प्रदेश में न तो लाकडाउन लगेगा और न ही नाइट कर्फ्यू, लेकिन लोगों को होगा पड़ेगा जागरूक
मनोहरलाल ने कहा कि प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का भी कोई फायदा नहीं है, क्योंकि लोग रात में ज्यादा इकट्ठा नहीं होते हैं। भीड़ दिन में होती है। इसलिए लोगों को लाकडाउन चाहिये या दो गज की दूरी, यह स्वयं तय करना होगा। हालांकि सरकार का लाकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश सरकार हाईवे और बार्डर पर सख्ती बरतेगी। लोगों को यदि किसी तरह की दिक्कत आती है तो उन्हें इससे बचने के लिए स्वयं ही जागरूक बनना पड़ेगा।
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