हरियाणा में अब शक्ति प्रदर्शन में जुटे भूपेंद्र सिंह हुड्डा, करनाल के बाद अब जींद में दिखाएंगे ताकत

हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंंत्री भूपेंद्र सिंंह हुड्डा हरियाणा में शक्ति प्रदर्शन में जुट गए हैंं।वह करनाल के बाद अब जींद में विपक्ष आपके द्वार कार्यक्रम के तहत अपनी सियासी ताकत दिखाएंगे। इसके साथ ही उन्‍होंने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए रणनीति तैयार की।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 16 Nov 2021 08:35 PM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 06:54 AM (IST)
हरियाणा में अब शक्ति प्रदर्शन में जुटे भूपेंद्र सिंह हुड्डा,  करनाल के बाद अब जींद में दिखाएंगे ताकत
हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Bhupinder Singh Hooda: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब हरियाणा में अब शक्ति प्रदर्शन करेंगे। वह करनाल के बाद अब जींद में अपनी सियासी ताकत दिखानी की तैयारी में हैं। कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार को हुई बैठक में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों के साथ-साथ जींद में शक्ति प्रदर्शन की रणनीति तैयार की गई। प्रदेश की राजनीतिक राजधानी कहे जाने वाले जींद में हुड्डा अपने विधायकों के साथ 18 नवंबर को विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम के जरिए भाजपा-जजपा गठबंधन से उनके वादों का हिसाब मांगेंगे।

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बनी विधानसभा के शीतकालीन सत्र की रणनीति

कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र हुड्डा के आवास पर करीब दो घंटे तक चली बैठक में विधानसभा सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा हुई। कांग्रेस के 31 विधायकों में से 26 हुड्डा की बैठक में मौजूद रहे। सभी विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को रखा, जिसके बाद हुड्डा ने कहा कि हर विधायक को कम से कम पांच सवाल और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाने चाहिए। बैठक में पेपर लीकेज मामलों की सीबीआइ से जांच कराने की मांग उठी, जिसे विधानसभा में भी उठाने पर सहमति बनी है।

हुड्डा बोले यह जरूरी नहीं कि हर कार्यक्रम में सैलजा को बुलाया जाए

बैठक के बाद हुड्डा ने कहा कि विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम कांग्रेस का है। कांग्रेस विधायक दल ने इसे तैयार किया है। हरियाणा कांग्रेस की अध्‍यक्ष कुमारी सैलजा से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि कोई हमें मीटिंग में बुलाए और हम उन्हें बुलाएं। जहां जरूरी होता है, सब मौजूद रहते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालयों में नियुक्तियां हरियाणा लोकसेवा और कर्मचारी चयन आयोग के हवाले करने के सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया। हुड्डा ने कहा कि विधानसभा में मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि विश्वविद्यालयों की स्वायत्ता से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, लेकिन उन्होंने अपना भरोसा तोड़ा है।

हुड्डा ने धान की खरीद बंद करने का विरोध करते हुए कहा कि राज्य में 34 हजार शिक्षक नहीं हैं और 50 प्रतिशत शिक्षा संस्थान ऐसे हैं, जहां मुखिया नहीं हैं। राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि राज्य में खाद की कमी नहीं हैं। यदि खाद की कमी नहीं हैं तो प्रदेश में मां बहनें खाद के लिए लाइनों में क्यों लगी हुई हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह के हालात कोरोना में थे, उससे भी बदतर हालात अब डेंगू में हो गए हैं। आक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री ने अभी तक इसकी जांच भी शुरू नहीं कराई है।

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हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है। युवाओं के साथ 75 प्रतिशत आरक्षण धोखा है। पांच साल से प्रदेश में रहने वालों को डोमिसाइल के लिए पात्रता की श्रेणी में रखा जा रहा है, जबकि इसे 15 साल किया जाना चाहिए। इन तमाम मुद्दों को लेकर शीतकालीन सत्र में गठबंधन सरकार की घेराबंदी होगी। उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि नवंबर के लास्ट अथवा दिसबंर के पहले सप्ताह में विधानसभा के शीतकालीन सत्र की घोषणा हो सकती है।

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