कांग्रेस हाईकमान को हरियाणा में ताकत का अहसास कराने से नहीं चूकते भूपेंद्र सिंह हुड्डा, फिर दिया बड़ा संदेश

हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हु़ड़्डा समर्थक विधायकों ने एक बार फिर पार्टी द्वारा आहूत प्रदर्शन में जान फूंक दी। इससे हुड्डा समर्थक विधायकों ने हाईकमान को भी संदेश दिया कि राज्य में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इग्नोर नहीं किया जा सकता।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 04:19 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 08:22 AM (IST)
कांग्रेस हाईकमान को हरियाणा में ताकत का अहसास कराने से नहीं चूकते भूपेंद्र सिंह हुड्डा, फिर दिया बड़ा संदेश
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके समर्थक विधायकों का जलवा है। हुड्डा और उनके विधायकों के सहयोग के बिना कांग्रेस पार्टी का न तो कोई आयोजन सफल हो पाता है और न ही पार्टी जनता में कोई मजबूत संदेश देने में कामयाब रहती है। हुड्डा और उनके विधायक अपनी इस ताकत को कांग्रेस हाईकमान के समक्ष कई बार प्रदर्शित कर चुके हैं।

कांग्रेस हाईकमान भी हुड्डा की इस राजनीतिक ताकत से अच्छी तरह वाकिफ हैं। वीरवार को जासूसी कांड के विरोध में कांग्रेस के राज्यस्तरीय प्रदर्शन की कामयाबी का सेहरा भी हुड्डा के विधायकों के सिर बंधा है। लंबे समय बाद यह पहला मौका आया, जब हुड्डा और सैलजा के विधायक एक साथ सिर जोड़कर पार्टी की एकजुटता का संदेश देते दिखाई दिए।

हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं। इनमें 24 विधायक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक हैं, जबकि चार से पांच विधायकों को प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा का आशीर्वाद हासिल है। कांग्रेस विधायक दल की नेता रह चुकी तोशाम की विधायक किरण चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के विधायक बेटे कुलदीप बिश्नोई दोनों की राजनीतिक चाल अलग है। पूर्व सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव और उनके विधायक बेटे चिरंजीव राव कभी हुड्डा तो कभी सैलजा के कार्यक्रमों में दिखाई पड़ते हैं।

पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह के बीच हुड्डा समर्थक 24 विधायकों ने पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को राज्य में पावरफुल बनाने का सुझाव दिया था। केसी वेणुगोपाल इन विधायकों से अलग-अलग ग्रुप में मिले थे। कांग्रेस के गलियारों में हालांकि यह बात भी गूंजी कि हुड्डा समर्थक विधायक प्रदेश अध्यक्ष पद से सैलजा को हटवाकर हुड्डा को बागडोर दिलाना चाहते हैं, लेकिन मीडिया से बातचीत में इन विधायकों के साथ-साथ पार्टी प्रभारी विवेक बंसल ने भी ऐसी खबरों को बिना आधार का बताया है।

हुड्डा के समर्थक विधायकों ने इतना जरूर स्वीकार किया कि वे हाईकमान को यह बताने गए थे कि हरियाणा में कांग्रेस की वापसी के लिए हुड्डा को पावरफुल करना जरूरी है। कांग्रेस हाईकमान चूंकि पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश समेत आधा दर्जन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगा है, इसलिए अभी हरियाणा पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है, लेकिन हुड्डा और उनके विधायक समय-समय पर पार्टी हाईकमान को अपनी ताकत का अहसास कराने से नहीं चूकते।

हुड्डा के ही निर्देश पर वीरवार को उनके समर्थक अधिकतर विधायक जासूसी कांड के विरोध में होने वाले प्रदर्शन में भागीदारी करने गए। खुद हुड्डा ने सैलजा को फोन पर कोरोना की वजह से डाक्टरों द्वारा उन्हें दी गई बेड रेस्ट की सलाह से वाकिफ कराया। हुड्डा के विधायक यदि इस आयोजन में शामिल नहीं हो पाते तो न संगठन में एकजुटता का संदेश जाता और न ही प्रदर्शन कामयाब होता।

पंजाब व उत्तराखंड की तरह हरियाणा में भी चार कार्यकारी प्रधान

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार अगले एक पखवाड़े के भीतर कांंग्रेस के राज्य व जिला स्तरीय संगठन की घोषणा संभव है। हाईकमान सैलजा के साथ चार कार्यकारी प्रधान नियुक्त कर सकता है। पंजाब व उत्तराखंड में यह फार्मूला अपनाया जा चुका है। इसलिए हुड्डा समर्थक विधायकों की पसंद और नापसंद का पूरा ख्याल रखे जाने की संभावना है। अच्छी बात यह है कि कुमारी सैलजा भी इन विधायकों को पार्टी कार्यक्रमों की जानकारी दे रही हैं। पहले इन विधायकों को शिकायत थी कि उन्हें कार्यक्रमों की जानकारी नहीं दी जाती। ऐसे में यदि सैलजा और हुड्डा मिलकर चलते रहे तो कार्यकर्ताओं में अच्छा संदेश जाना स्वाभाविक है।

chat bot
आपका साथी