भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मनोहर लाल से पूछा सवाल, बताएंं पिपली में प्रदर्शन करने वाले हरियाणवी थे या नहीं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मनोहर लाल से पूछा कि क्या वह पिपली में आंदोलन करने वालों को हरियाणा के किसान मानते हैं या नहीं। हुड्डा ने साथ ही सरकार में जेजेेेेपी की भूमिका पर भी सवाल उठाए।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 06:21 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 06:21 PM (IST)
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मनोहर लाल से पूछा सवाल, बताएंं पिपली में प्रदर्शन करने वाले हरियाणवी थे या नहीं
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा। फाइल फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के आंदोलन पर भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की कड़ी आलोचना की है। हुड्डा ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर हैरानी जताई, जिसमें कहा गया है कि इस आंदोलन में हरियाणा के किसान शामिल नहीं हैंं।

हुड्डा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा के किसान कई महीने से आंदोलनरत हैं। वे बार-बार सरकार से इन कानूनों को वापस लेने या एमएसपी की गारंटी देने का कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि क्या वे इन आंदोलनकारी किसानों को हरियाणा का किसान नहीं मानते।

पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि अगर मनोहर लाल हरियाणा के किसानों को आंदोलन का हिस्सा नहीं मानते तो पिपली में सरकार ने किन लोगों पर लाठीचार्ज करवाया था? सरकरा यह भी बताए कि वे कौन लोग हैं जिन्हेंं हरियाणा पुलिस ने दिल्ली कूच से पहले हिरासत में लिया था? साथ ही वह किसान कहां के रहने वाले हैं जिन पर हरियाणा पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए हैं?। हुड्डा ने कहा कि इतने बड़े आंदोलन के प्रति मुख्यमंत्री की ऐसी अनदेखी हैरान कर देने वाली है। इस आंदोलन में हरियाणा और पंजाब के किसान कंधे से कंधा मिलाकर एक साथ खड़े हुए हैं।

पूर्व सीएम ने कहा कि इन किसानों को उत्तर प्रदेश और राजस्थान समेत अन्य राज्यों के किसानों का भी समर्थन मिल रहा है। सरकार का काम सड़कें बनवाना होता है, सड़कें खुदवाना नहीं। आंदोलन कर रहे किसानों को न पंजाब में किसी तरह के अवरोध का सामना करना पड़ा और न ही दिल्ली सरकार की तरफ से किसी तरह का अवरोध पैदा किया गया, लेकिन उन्हेंं हरियाणा में सड़कें खुदवाकर रोका गया। उन्होंने दुष्यंत चौटाला पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वालों को किसान नहीं बल्कि अपनी कुर्सी प्यारी है। हुड्डा ने कहा कि किसानों से केंद्र सरकार तीन दिसंबर के बजाय आज ही बात करे।

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