अनिल विज का दिल्ली दौरा, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा व हरियाणा संघचालक से की राजनीतिक हालातों पर चर्चा

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) दिल्ली के दौरेे पर हैं। वहां उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ-साथ प्रांत संघचालक से भी मुलाकात की। विज ने दोनों से राजनीतिक हालातों पर चर्चा की।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:46 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:46 AM (IST)
अनिल विज का दिल्ली दौरा, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा व हरियाणा संघचालक से की राजनीतिक हालातों पर चर्चा
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की फाइल फोटो।

नई दिल्ली [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का दो दिवसीय दिल्ली दौरा राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद गृहमंत्री अनिल विज पहली बार मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंचे थे। मंगलवार दिन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद विज ने बुधवार गुरुग्राम में प्रांत संघचालक पवन जिंदल से भी मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा की।

यूं तो विज ने अपने निर्वाचन क्षेत्र अंबाला छावनी में घरेलू हवाई अड्डे के निर्माण में देरी को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की मगर नड्डा और जिंदल से मुलाकात के राजनीतिक मायने हैं। विज की इन मुलाकातों को उनके अपने विभागों की व्यवस्थाओं में सुधार से लेकर सत्ता संतुलन का आधार तैयार करने की रणनीति माना जा रहा है।

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जब हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार बनी है तब से विज आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। गृह, स्वास्थ्य और शहरी स्थानीय निकाय जैसे भारी-भरकम विभागों के मंत्री विज चाहते हैं कि राज्य में मनोहर लाल सरकार का स्वरूप 2014 से 2019 तक के कार्यकाल जैसा ही दिखाई दे। हालांकि गठबंधन सरकार में यह काफी मुश्किल काम है, मगर विज ने जजपा नेता और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के विभागों में भ्रष्टाचार को लेकर एक तरह मोर्चा खोला हुआ है।

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विज पहले कूल्हे की हड्डी में फ्रेक्चर और बाद में कोरोना संक्रमित होने के कारण पार्टी के दिल्ली दरबार में करीब एक साल बाद पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इस दौरान अनेक बार दिल्ली दरबार में अपनी बात रख चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दुष्यंत और विज के बीच उठे मुद्दों को शांत करने के लिए कई बार सार्थक प्रयास किए मगर बार-बार विवाद पैदा होने के चलते अब उन्होंने भी विवाद सुलझाने का जिम्मा दिल्ली दरबार पर ही छोड़ दिया है।

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विज भी अपना पक्ष रखने में पीछे नहीं रहना चाहते थे, इसलिए उन्होंने सेहत दुरुस्त होने के साथ ही दिल्ली की ओर रुख कर लिया। विज को पार्टी और संघ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार को मजबूती देने वाला वरिष्ठ मंत्री आंका जाता रहा है। इसलिए विज ने पार्टी आलाकमान से लेकर संघ के प्रांतीय प्रमुख तक अपनी बात पहुंचाना उचित समझा है।

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अभी शाह से मिलना बाकी

गृहमंत्री अनिल विज की इस दो दिवसीय दौरे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात नहीं हो पाई है। पिछले दो दिनों में शाह दिल्ली से बाहर रहे। राजनीतिक रूप से माना जा रहा है अगले दिल्ली दौरे में विज अपनी बात अमित शाह के समक्ष भी रखेंगे। असल में राज्य में मनोहर मंत्रिमंडल में फेरबदल से लेकर विस्तार तक होना है।

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