कोविड अस्पतालों में भर्ती 80 फीसद मरीजों को नहीं ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की जरूरत
CoronaVirus हरियाणा में कोविड अस्पतालों भर्ती 80 फीसद मरीजों को ऑक्सीजन बेड और वेंअिलेटर की जरूरत नहीं है। अपेक्षाकृत कम गंभीर मरीजों के इन अस्पतालों में भर्ती रहने से गंभीर मरीजों को जगह नहीं मिल रही है और इससे उनको दिक्कत हो रही है।
चंडीगढ,जेएनएन। हरियाणा के काेविड अस्पतालों में अनावश्यक रूप से भर्ती मरीजों के चलते दूसरे गंभीर मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है। अस्पतालों में दाखिल करीब 80 फीसद मरीजों को आक्सीजन बेड और वेंटिलेटर की जरूरत नहीं है। ऐसे में प्रदेश के करीब 21 हजार बेड भी कम पड़ रहे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने अब खतरे से बाहर हो रहे मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भिजवाने की कवायद शुरू कर दी है जिससे राहत मिलने के आसार हैं।
एक सप्ताह में करीब चार हजार आक्सीजन बेड की व्यवस्था करने का लक्ष्य लेकर चल रही सरकार
प्रदेश सरकार अगले एक सप्ताह में करीब चार हजार ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इमरजेंसी के लिए सभी जिलों में स्कूल-कालेज, बैंक्वेट हाल और स्टेडियम चिन्हित किए गए हैं, जहां अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे। इसके अलावा 16 अस्पतालों में एक हजार लिटर प्रति मिनट ऑक्सीजन पैदा करने वाले ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
सौ बेड वाले अस्पतालों में 500 लीटर प्रति मिनट, 50 बेड वाले अस्पतालों में 200 लीटर प्रति मिनट और 30 बेड वाले अस्पतालों में 100 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले प्लांट लगाए जाएंगे। ऐसे कुल 60 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं।
अगले सप्ताह शुरू हो जाएंगे पानीपत व हिसार में बन रहे 500-500 बेड के अस्पताल
प्रदेश में इस समय एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। संक्रमितों के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए सरकार ऑक्सीजन व वेंटीलेटर बेड बढ़ाने की कवायद में जुटी है। अगले सप्ताह पानीपत व हिसार में बन रहे 500-500 बेड के दोनों अस्पताल चालू हो जाएंगे। प्रदेश के 22 जिलों में 526 कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 45 हजार से ज्यादा बेडों की व्यवस्था की गई है।
इसके साथ ही कोविड के हलके मरीजों के लिए 281 अस्पतालों में 21 हजार से ज्यादा बेडों का प्रबंध किया गया है। यदि आक्सीजन व वेंटीलेटर बेडों की बात की जाए तो इनकी संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। मौजूदा समय में सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों व मेडिकल कालेजों को मिलाकर कुल 11 हजार 214 ऑक्सीजन बेड हैं। इनमें से 2546 बेड खाली हैं। वहीं करीब पांच हजार आइसीयू व वेंटीलेटर बेडों की व्यवस्था की गई है, जिनमें से 597 बेड खाली हैं।
मेडिकल कालेजों में बढ़ाए 500 बेड
प्रदेश में बेडों की व्यवस्था देख रहे बिजली महकमे के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ने के साथ ही बेडों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अभी मेडिकल कालेजों में 500 बेड बढ़ाए गए हैं। उपलब्ध ऑक्सीजन व बेडों की सही संख्या जांचने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा हेल पोर्टल पर सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को बेडों की संख्या हर रोज अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। सभी अस्पताल रोजाना पोर्टल पर बताएंगे कि कितने कोविड संक्रमित दाखिल हैं, कितने नए दाखिल किए गए हैं और कितने मरीजों को छुट्टी दी गई है। यह तमाम आंकड़ा आने के बाद आक्सीजन आपूर्ति का कोटा निर्धारित किया जाएगा।