हरियाणा में निजी अस्पतालों में 50 फीसद बेड Covid Positive मरीजों के लिए आरक्षित

हरियाणा में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में निजी अस्पतालों में 50 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं। सरकारी अस्पतालों में सिर्फ ओपीडी होगी। आपरेशन सिर्फ गंभीर मरीजों का ही होगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 09:42 AM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 09:42 AM (IST)
हरियाणा में निजी अस्पतालों में 50 फीसद बेड Covid Positive मरीजों के लिए आरक्षित
हरियाणा में निजी अस्पतालों में 50% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व। सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के सभी निजी अस्पतालों में अब 50 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। रोहतक पीजीआइएमएस में एक हजार आक्सीजन बेड बनाए जाएंगे। इसके अलावा अन्य मेडिकल कालेजों में करीब 1250 आक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है। पहली मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन देने का काम शुरू होगा, जिसके लिए 28 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त वैक्सीन दी जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में हुई राज्य स्तरीय कोविड मानिटरिंग कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिए गए।

स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वीणा ङ्क्षसह ने बताया कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी को रोकने के लिए सभी सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया जा रहा है। आक्सीजन की आपूर्ति से लेकर अस्पतालों में बेडों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। फरीदाबाद स्थित अटल बिहारी वाजपेयी अस्पताल में 200 बेड की व्यवस्था की गई है, जिसमें सेना के चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे। बैठक में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए शुरू होने वाले वैक्सीन ड्राइव को लेकर भी रूप रेखा तैयार की गई।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन फ्री रहेगी और प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन के लिए पैसे देने होंगे। इसके लिए निजी अस्पतालों के रेट तय किए गए हैं। उन्होंने औद्योगिक प्रतिष्ठानों और सामाजिक संस्थाओं का आह्वान किया है कि वे अपने खर्चे पर अपने कर्मचारियों और दूसरे लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सामान्य ओपीडी को सीमित करने का फैसला लिया गया है। आपातकालीन स्थिति में ही मरीजों को दाखिल किया जाएगा। फिलहाल सरकार का पूरा फोकस कोरोना संक्रमण को हराने पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए सभी को गैर जरूरी कार्यक्रमों को टाल देना चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।

24 घंटे आक्सीजन सप्लाई के लिए बनेगा स्टोरेज टैंक

हरियाणा के किसी भी अस्पताल में आक्सीजन की कमी न हो, इसको लेकर सरकार ने 24 घंटे सप्लाई के लिए स्टोरेज टैंक बनाने का फैसला लिया है। अपने मंडल में आक्सीजन की सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए मंडलायुक्त कोआर्डिनेटर की भूमिका में रहेंगे। आक्सीजन की बढ़ रही मांग को देखते हुए प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से कोटा बढ़ाने की सिफारिश भी करेगी। फिलहाल 162 टन आक्सीजन प्रदेश को मिल रही है, जबकि 180 टन की मांग भेजी गई थी।

परिस्थितियों को देखते हुए 40 टन की डिमांड बढ़ाने की मांग की जाएगी, ताकि प्रदेश को 200 टन आक्सीजन उपलब्ध हो। फिलहाल प्रदेश के पानीपत, भिवाड़ी, हिसार, रुड़की व रोटीवाला से आक्सीजन की सप्लाई हो रही है। बोकारो स्टील प्लांट को भी आक्सीजन की सप्लाई की मांग भेजी गई है। यदि वहां से आक्सीजन मिलती है तो छह हजार टन आक्सीजन की आपूर्ति होगी। इसके अलावा आक्सीजन की आपूर्ति पूरी करने के लिए प्रदेश में 25 छोटे-छोटे प्लांट लगाए जाएंगे। 

एसीएस पीके दास करेंगे बेड और व्यवस्थाओं की निगरानी

प्रदेश सरकार ने बिजली महकमे के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास को अस्पतालों में बेडों व अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए कोआर्डिनेटर नियुक्त किया है। वह पूरे प्रदेश के अस्पतालों में बेडों पर नजर रखेंगे। यदि कहीं पर बेडों को बढ़ाने की मांग आती है तो इसे तुरंत पूरा किया जाएगा।

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