1983 बैच की आइएएस टॉपर केशनी नरम लहजे व काम के प्रति समर्पण से बुलंदियों पर पहुंची
1983 बैच की आइएएस टॉपर रह चुकीं केशनी आनंद अरोड़ा हरियाणा में सर्वोच्च पद पहुंचीं। एक साल तीन माह तक मुख्य सचिव रहने के बाद वह बुधवार को रिटायर हो जाएंगी। हालांकि हरियाणा सरकार उनकी सेवाएं लेती रहेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में नए मुख्य सचिव की ताजपोशी की तैयारी है। एक साल तीन माह तक मुख्य सचिव के पद पर रहने के बाद केशनी आनंद अरोड़ा बुधवार को रिटायर होने जा रही हैं। रिटायरमेंट के बावजूद भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार केशनी आनंद अरोड़ा की सेवाएं लेती रहेेगी। उन्हें हरियाणा के सेवा का अधिकार आयोग में मुख्य आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। उनके नाम पर विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी सहमत बताए जाते हैं।
सीनियरटी के हिसाब के मौजूदा गृह सचिव विजयवर्धन हरियाणा के नए मुख्य सचिव हो सकते हैं। यदि सरकार ने सीनियरटी को नजरअंदाज किया को कृषि एवं सहकारिता सचिव संजीव कौशल को मुख्य सचिव का दायित्व मिल सकता है, लेकिन सरकार सीनियरटी को नजर अंदाज करेगी, इसकी संभावना काफी कम है।
मुख्य सचिव की रिटायरमेंट के बाद हरियाणा की अफसरशाही में बड़ा बदलाव तय है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक पहले ही बन चुके हैं। वह एक नवंबर को हरियाणा दिवस पर वाशिंगटन डीसी में कार्यभार संभालेंगे। वहां जाने के लिए उन्हें तैयारी भी करनी है, इसलिए खुल्लर अक्टूबर के मध्य अथवा आखिरी सप्ताह में मुख्यमंत्री कार्यालय से रिलीव हो सकते हैं।
आइएएस बहनें केशनी आनंद अरोड़ा, मीनाक्षी आनंद चौधरी व उर्वशी गुलाटी।
मुख्य सचिव के नाते केशनी आनंद अरोड़ा का कार्यकाल बेहद सफल रहा है। देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि तीन आइएएस बहनें मीनाक्षी आनंद चौधरी, उर्वशी गुलाटी और केशनी आनंद अरोड़ा मुख्य सचिव बनकर इस पद से रिटायर हुई। इन तीनों बहनों के पिता डॉ. जेसी आनंद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में राजनीति विज्ञान के शिक्षक थे, जिन्होंने अपने बेटियों को कभी बेटों से कम नहीं समझा। बेटियों को समाज में बेटों के समान अधिकार देने तथा उन्हें बुलंदियों पर पहुंचाने के वास्तविक नायक जेसी आनंद हैंं। 1991 में केशनी आनंद अरोड़ा हरियाणा की पहली महिला डीसी नियुक्त हुई थी। तब उन्हें यमुनानगर में पोस्टिंग मिली थी।
1983 बैच की आइएएस टॉपर रह चुकीं केशनी आनंद अरोड़ा ने कोरोना काल में जिस तरह पूरी जिम्मेदारी के साथ काम किया, उससे सरकार की मुश्किलें कम हुई हैं। कोई दिन ऐसा नहीं गया, जिस दिन मुख्य सचिव ने अधिकारियों की बैठक नहीं ली। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये केशनी आनंद अरोड़ा पूरे प्रदेश की अफसरशाही तथा सामाजिक संगठनों से जुड़ी रही।
अपने नरम लहजे के चलते उन्हें मंत्रियों, विधायकों और सांसदों के विरोध का भी सामना नहीं करना पड़ा। नए मुख्य सचिव के सामने इस व्यवस्था को बरकरार रखना सबसे बड़ी चुनौती होगी। केशनी आनंद अरोड़ा मुख्य सचिव के पद पर पहुंचने वाली हरियाणा की पांचवीं महिला आइएएस हैं। पहली महिला आइएएस अधिकारी प्रोमिला इस्सर थी। उनके बाद मीनाक्षी आनंद चौधरी, उर्वशी गुलाटी और शकुंतला जाखू मुख्य सचिव के पद तक पहुंची। अब केशनी आनंद अरोड़ा की बेटी श्रुति चौधरी आइपीएस अधिकारी बनकर चंडीगढ़ में तैनात हुई हैं।