Covid Vaccination In Haryana: हरियाणा में पहला टीका लगवाने के बावजूद दूसरी डोज नहीं ले रहे साढ़े 18 लाख लोग
Covid Vaccination In Haryana हरियाणा में अब तक 79 फीसद आबादी ने पहली और 30 फीसद लोगों ने दूसरी डोज लगवाई। पहली डोज लेने के बावजूद 18 लाख 68 हजार लोग दूसरी डोज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे। आज से मेगावैक्सीनेशन कैंप शुरू हुए हैं।
सुधीर तंवर, चंडीगढ़। Covid Vaccination In Haryana: त्याेहारी मौसम में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच हरियाणा में वैक्सीन की पहली डोज लेने के बावजूद 18 लाख 68 हजार लोग दूसरी डोज लेने के लिए आगे नहीं आ रहे। वहीं, टीकाकरण में पीछे चल रहे नूंह में सिर्फ 28 फीसद लोगों ने पहली डोज ली है, जबकि छह फीसद लोगों ने ही दूसरी डोज ली है। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अब लोगों को मोबाइल पर एसएमएस भेजने शुरू किए हैं, ताकि उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा सके।
बृहस्पतिवार से शनिवार तक नौ लाख 18 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले प्रदेश में हर व्यक्ति को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच पहनाने की कोशिश है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए तीन दिवसीय मेगा वैक्सीनेशन कैंप चलाया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में रोजाना 20 हजार और अन्य जिलों में 10 से 15 हजार वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
हरियाणाभर में 79 फीसद आबादी को पहली और 30 फीसद लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। पहली डोज ले चुके 83 लाख 85 हजार लोगों को अभी दूसरी डोज दी जानी है। वर्तमान में प्रदेश की कुल आबादी दो करोड़ 94 लाख बताई जा रही है। इसमें से 18 साल की आयु वर्ग से ऊपर के दो करोड़, पांच लाख 80 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है। अभी तक एक करोड़ 65 लाख से ज्यादा लोगों को पहली डोज लग चुकी है, जबकि 61 लाख से ज्यादा लोगों ने दूसरी डोज ली है। अगर जिलावार पहली डोज की बात करें तो गुरुग्राम सबसे आगे है।
गुरुग्राम में तकरीबन 112 फीसद लोग पहली और 58 फीसद लोग दूसरी डोज लगवा चुके हैं। यह प्रदेश में सबसे ज्यादा है। पंचकूला व अंबाला में महज एक फीसद आबादी बची है जिसने पहली डोज नहीं ली है। इसके साथ ही फरीदाबाद में तीन फीसद लोग ऐसे हैं। हालांकि नूंह, पलवल व जींद वैक्सीनेशन में पिछड़े हुए हैं। नूंह में 72 फीसद आबादी ने कोरोना की डोज नहीं लगवाई है, जबकि जींद में 39 और पलवल में 36 फीसद लोग वैक्सीनेशन से वंचित हैं।