फरीदाबाद, सोनीपत, करनाल सहित हरियाणा के 16 जिलों को मिला 1162 करोड़ का तोहफा, सीएम ने किया उद्घाटन व शिलान्यास
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने वीरवार को राज्य के 16 जिलों को 1162 करोड़ की विकास परियोजनाओं का तोहफा दिया। सीएम सिटी करनाल को सबसे ज्यादा 500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली हैं जबकि पानीपत को सबसे कम पांच करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली।
जेएनएन, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीरवार को वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिये 16 जिलों में 1162 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें ज्यादातर परियोजनाएं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, शिक्षा, सड़क, पानी, बिजली, खेल से जुड़ी हैं। मुख्यमंत्री ने करीब 200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया और 900 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास।
सीएम सिटी करनाल को सबसे ज्यादा 500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली हैं, जबकि पानीपत को सबसे कम पांच करोड़ रुपये की परियोजनाएं मिली। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास से इन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जबकि संबंधित जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में कैबिनेट व राज्य मंत्री, सांसद, विधायक और जिला उपायुक्तों ने भागीदारी की।
यह पहली बार नहीं है कि जब मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास वर्चुअली किया हो। इससे पहले 21 मार्च को भी मुख्यमंत्री ने 1411 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी थी। वर्ष 2019 में मार्च में चार हजार करोड़ रुपये और अक्टूबर 2020 में 1850 करोड़ रुपये की 306 परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास भी सीएम ने वर्चुअली किया था।
किस जिले में कितने रुपये की परियोजनाएं
1. करनाल : 500 करोड़
2. पंचकूला : 160 करोड़
3. सिरसा : 100 करोड़
4. फतेहाबाद : 80 करोड़
5. कुरुक्षेत्र : 50 करोड़
6. जींद : 30 करोड़
7. फरीदाबाद : 30 करोड़
8. सोनीपत : 20 करोड़
9. पलवल : 20 करोड़
10. हिसार : 20 करोड़
11. रोहतक : 20 करोड़
12. कैथल : 15 करोड़
13. चरखी दादरी : 10 करोड़
14. भिवानी : नौ करोड़
15. यमुनानगर : नौ करोड़
16. पानीपत : पांच करोड़
कभी बंद नहीं किए ट्यूबवेल कनेक्शन
किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन के मामले में हमलावर विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने कभी ट्यूबवेल कनेक्शन देने बंद नहीं किए। सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही। उन क्षेत्रों में सूक्ष्म सिंचाई (ड्रिप इरीगेशन सिस्टम) को बढ़ावा दिया जा रहा है जहां जल स्तर 100 फीट से नीचे है।
सूक्ष्म सिंचाई के लिए किसानों को 85 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में भूजल स्तर 100 फुट से ऊपर है वहां के किसानों को प्रदेश सरकार ट्यूबवेल कनेक्शन प्रदान करेगी और अधिक गहराई वाले क्षेत्रों में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली लागू की जाएगी। जिन किसानों के पास 15 बीएचपी (ब्रेक हार्स पावर) की ट्यूबवेल मोटर है, उन्हें ट्यूबवेल कनेक्शन दिया जाएगा। यह निर्णय सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है।