राहत : स्कूल खुले, खिले बच्चों के चेहरे

नवंबर 2020 से नौवीं से 12वीं और जनवरी 2021 से छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने के बाद बीते करीब एक साल से घर पर बैठे कक्षा तीसरी से पांचवीं तक विद्यार्थियों के लिए भी बुधवार को स्कूल खुल गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 07:05 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 07:05 PM (IST)
राहत : स्कूल खुले, खिले बच्चों के चेहरे
राहत : स्कूल खुले, खिले बच्चों के चेहरे

जागरण संवाददाता, पलवल : नवंबर 2020 से नौवीं से 12वीं और जनवरी 2021 से छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलने के बाद बीते करीब एक साल से घर पर बैठे कक्षा तीसरी से पांचवीं तक विद्यार्थियों के लिए भी बुधवार को स्कूल खुल गए। स्कूलों में विद्यार्थियों को लंबे समय बाद देखकर शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के चेहरे भी खिल उठे। वहीं, इतने समय बाद स्कूल पहुंचकर शिक्षकों और सहपाठियों से मिलकर छात्रों के चेहरे की खुशी भी देखने लायक थी।

बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल मार्च 2020 से बंद हुए थे, जिसके बाद छात्र आनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई कर रहे थे। पहले दिन जहां निजी स्कूलों में 75 फीसद बच्चों ने उपस्थिति दर्ज कराई। वहीं, सरकारी स्कूल में भी छात्रों की संख्या 80 फीसद रही। इस बार विभाग ने विद्यार्थियों को राहत देते हुए मेडिकल जांच के प्रमाण पत्र की अनिवार्यता खत्म कर दी है। हालांकि विद्यार्थियों से स्कूल पहुंचने पर अभिभावकों का सहमति पत्र जरूर मांगा गया। विद्यार्थियों का किया स्वागत

लंबे समय बाद स्कूल में छात्रों को देखकर प्रधानाचार्य और शिक्षक खुश दिखे। शिक्षकों ने बच्चों खुले दिल से स्वागत किया। दिल्ली-मथुरा रोड अलावलपुर स्थित स्वामी विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल की चेयरमैन ज्योति दहिया ने बताया कि छात्रों इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। अब जब वो घड़ी आ गई है तो उनको विशेष सत्कार करने की जरूरत थी। लंब अंतराल के बाद स्कूल आने की खुशी बच्चों के चेहरे में साफ दिखाई दी। स्कूल का जायजा लेने अभिभावक भी पहुंचे

लंबे समय बाद स्कूल खुलने से कई अभिभावकों में अपने बच्चों को स्कूल भेजने की चिता इस कदर दिखी कि कई अभिभावक स्कूल के पहले दिन जायजा लेने पहुंचे हुए थे। अभिभावकों ने स्कूल में जाकर कोरोना से बचाव के सभी जरूरी इंतजाम देखे। उन्होंने स्कूल प्रशासन से भी बात की। तीन घंटे लगी कक्षाएं

स्कूलों में छात्रों की प्रार्थना सभा नहीं हुई। छात्र स्कूल पहुंच कर सीधा कक्षाओं में प्रवेश कर गए। सरकारी की गाइडलाइन के मुताबिक सुबह दस से डेढ़ बजे तक तीन घंटे कक्षाएं चलीं। वहीं, छात्रों को एक दूसरे से कापी, किताब व कोई अन्य सामग्री भी साझा करने से मना किया गया है। साथ ही छात्र एक-एक सीट छोड़कर कक्षा में बैठे थे। स्कूल के गेट पर ही सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग की गई। हाथों को सैनिटाइज कराया गया। जो बच्चे मास्क पहनकर नहीं आए, उन्हें मास्क उपलब्ध कराया गया।

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