ऑनलाइन आवेदन के सिस्टम ही हैं ऑफ
34ए का शेडयूल जारी करते हुए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। 25 फरवरी से 20 मार्च तक दाखिला के लिए ऑनलाइन आवेदन करने और 12 अप्रैल को असेसमेंट टेस्ट का शेडयूल भी जारी किया था।
विनोद शर्मा, पलवल
निदेशालय ने नियम 134-ए का शेड्यूल जारी करते हुए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन पोर्टल चालू नहीं हो पाया। मौलिक शिक्षा निदेशालय द्वारा निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला संबंधी ऑनलाइन पोर्टल खुलने की तिथि 25 फरवरी थी, जिसे शुक्रवार दोपहर खोला गया है। विभाग के अनुसार निजी स्कूलों द्वारा खाली सीटों की सूचना निदेशालय को नहीं भेजे जाने पर यह पोर्टल नहीं खोला गया था।
विभाग की ओर से 25 फरवरी से 20 मार्च तक दाखिला के लिए ऑनलाइन आवेदन करने तथा 12 अप्रैल को असेसमेंट टेस्ट का शेड्यूल भी जारी किया था। 20 से 28 अप्रैल को पहले ड्रॉ के तहत निजी स्कूलों में बच्चों के दाखिले भी किए जाने निर्धारित किए गए थे। इससे पहले मौलिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों से नियम 134ए के तहत दाखिलों के लिए खाली सीटों की जानकारी मांगी गई थी।
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अभिभावकों को हो रही परेशानी
बामनीखेड़ा निवासी अभिभावक संजय वर्मा, रंजीत, रजनी, ममता का कहना है कि पोर्टल बंद होने के कारण अभिभावकों काफी इंतजार करना पड़ा। निजी स्कूलों द्वारा पोर्टल पर खाली सीटों का ब्योरा नहीं दिए जाने का खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ता है। लेट लतीफी के कारण अभिभावक ठगे से महसूस कर रहे हैं। पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना था, लेकिन पोर्टल बंद होने से आवेदन नहीं कर पाए। अब पोर्टल चला है तो बारिश की वजह से नेट की समस्या आ रही है जिसके चलते भी अभिभावकों को परेशानी हो रही है। इससे पहले पिछले कई दिनों से विभाग के चक्कर काट रहे हैं। जब भी किसी कैफे गए तो पोर्टल बंद मिला, अधिकारियों के यहां पूछकर आए तो एक ही जवाब मिला है कि ऊपर से पोर्टल बंद है।
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134ए का यह है शेड्यूल
- आवेदन 20 मार्च तक।
- आवेदन जमा करवाने वालों की सूची जारी 27 मार्च।
- खंड स्तर पर परीक्षा 12 अप्रैल।
- दाखिलों के लिए प्रथम ड्रॉ 18 अप्रैल।
- प्रथम ड्रॉ के दाखिल 20 से 28 अप्रैल।
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हर बार विभाग की ओर से यही हाल होता है। विभाग की मंशा गरीब बच्चों को दाखिला देने की नहीं है। स्कूलों द्वारा भी पहले तो सीटों का ब्योरा नहीं दिया जाता, बाद में सीट फुल होने के नाम पर लौटा दिया जाता है।
- संजय वर्मा
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जिले से लगभग सभी स्कूलों ने जानकारी दे दी है। अभिभावक पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए अपने कागजात पहले ही तैयार कर लें। प्रवेश परीक्षा में पास होने पर निजी स्कूलों को हर हाल में बच्चों का दाखिला करना होगा।
- अनिल शर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी