गणित के कठिन सवालों को चुटकियों में सुलझाएंगे विद्यार्थी

अब विद्यार्थियों को उलझन में डालने वाले गणित के सवालों से डरने की जरूरत नहीं रहेगी। विद्यार्थी कठिन से कठिन सवालों को वैदिक गणित से चुटकियों में हल करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 05:26 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 05:26 PM (IST)
गणित के कठिन सवालों को चुटकियों में सुलझाएंगे विद्यार्थी
गणित के कठिन सवालों को चुटकियों में सुलझाएंगे विद्यार्थी

संवाद सहयोगी, पलवल : अब विद्यार्थियों को कठिन व उलझन में डालने वाले गणित के सवालों से डरने की जरूरत नहीं रहेगी। विद्यार्थी कठिन से कठिन सवालों को वैदिक गणित के सरल सूत्रों से चुटकियों में हल कर सकेंगे। इन तरीकों से किसी सवाल को हल करने के लिए काम में लिए जा रहे परंपरागत तरीकों से पांच गुना समय कम लगेगा। इस विधि से समय की बचत होगी, साथ ही बच्चों को भी गणित विषय उबाउ नहीं लगेगा। शिक्षा विभाग द्वारा गणित के अध्यापकों को वैदिक गणित का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इसके लिए राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद हरियाणा गुरुग्राम के तत्वावधान में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जनौली द्वारा गणित विषय के अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी अशोक बघेल ने किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में गणित प्राध्यापकों को विषय में हो रहे नए परिवर्तनों, वैदिक गणित विधियों, परंपरागत गणित व प्रतियोगी गणित में सह संबंध, नए बदलावों व चुनौतियों के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गणितीय कौशल का विकास करना है। वैदिक गणित विधियों से विद्यार्थी कठिन गणनाओं को भी शॉर्टकट तरीके से आसानी में हल करने में सक्षम होंगे। इसमें मास्टर ट्रेनर घनश्याम, मीनाक्षी, राजेंद्र व सुंदर प्रशिक्षण दे रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाइट जनौली के एसोसिएट प्रोफेसर गुलशन राय गोयल ने की व संचालन सहायक प्रोफेसर जलवीर सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रमोद बाला, वीर सिंह, भगवत प्रसाद, जितेंद्र, वीरेंद्र स्वरूप, अजय और कर्मवीर उपस्थित थे। गणित के जटिल सवालों को चंद मिनटों में हल कर देने से प्रतियोगी परीक्षाओं में समय की बचत होगी। यह तकनीक प्रतियोगी परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ है। शीघ्र हल निकलता देख बच्चे भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं। उन्हें लगता है कि यह गणित है या जादू। वैदिक सूत्रों के उपयोग से सवालों के हल निकालने से समय व कागज दोनों की बचत होती है, जिसके लिए अध्यापक प्रशिक्षण लेकर विद्यार्थियों को बताएंगे।

- अशोक बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी

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