सामाजिक कुरीतियां व नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाएगा आर्य समाज

फ- 4 जासं पलवल पांच दिवसीय ध्यान योग शिविर एवं सामवेद पारायण के चौथे दिन शनिवार को गुरुकु

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 07:31 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 07:31 PM (IST)
सामाजिक कुरीतियां व नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाएगा आर्य समाज
सामाजिक कुरीतियां व नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाएगा आर्य समाज

फ- 4

जासं, पलवल: पांच दिवसीय ध्यान योग शिविर एवं सामवेद पारायण के चौथे दिन शनिवार को गुरुकुल गदपुरी के आचार्य आनंद मित्र ने कहा कि आर्य समाज सामाजिक कुरीतियां, नशाखोरी आदि बुराइयों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के माध्यम से शुद्धि आंदोलन शुरू किया जाएगा। जो लोग किन्ही कारणों से वैदिक धर्म से पृथक हो गए थे, उन्हें पुन: वैदिक धर्म में प्रवेश कराया जाएगा। शुद्धि आंदोलन आर्य समाज का प्रमुख आंदोलन रहा है। अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद एवं पंडित लेख राम आर्य मुसाफिर ने शुद्धि आंदोलन को सफल बनाने के लिए शहादत दी थी। पुन: शुद्धि आंदोलन को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर आचार्य सानंद ने कहा कि वैदिक परंपराओं के अनुसार यज्ञ करने व कराने से विशेष लाभ होता है। मंत्रों से किया हुआ यज्ञ सात्विक यज्ञ कहलाता है। जो वेद मंत्रों के स्थान पर राम चरित मानस की चौपाइयों, भागवत के श्लोकों या हनुमान चालीसा के दोहों से यज्ञ करते हैं, वह तामसिक यज्ञ कहलाता है। उन्होंने कहा कि वेद मंत्रों का अध्ययन और अध्यापन करना एवं कराना परम धर्म के अंतर्गत आता है। प्रत्येक मनुष्य को प्रतिदिन वेदों का स्वाध्याय करना चाहिए।

वैदिक धर्म प्रचारिणी सभा के कार्यकारी अध्यक्ष नारायण सिंह आर्य ने बताया कि पांच दिवसीय ध्यान योग शिविर एवं सामवेद पारायण का आज समापन समारोह होगा। समारोह की अध्यक्षता आर्य नेता हरीश चंद्र शास्त्री करेंगे। श्री सत्यपाल आर्य, चंद्रपाल वर्मा, मुख्य यजमान होंगे। उन्होंने बताया कि आचार्य सानंद का व्याख्यान होगा तथा प्रमोद कुमार शास्त्री व ओम प्रकाश शास्त्री भजनों के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करेंगे। इस अवसर पर 102 वर्षीय स्वामी विद्यानंद सरस्वती मुख्य अधिष्ठाता गुरुकुल गदपुरी का सार्वजनिक अभिनंदन भी किया जाएगा।

इस दौरान मौके पर महाशय जसवंत सिंह, लीलाराम आर्य, रामसेवक शर्मा, बच्चूसिंह आर्य, दयालु मुनि सत्य पाल आर्य, विजेंद्र सिंह आर्य, गंगाराम आर्य, यशपाल गर्ग, सुमेर सिंह चौहान, स्वामी सत्यानंद, चंद्रमणि वानप्रस्थी, विक्रमसिंह आर्य, पूरन सिंह राणा, ओमवती शास्त्री रोशन लाल आर्य, सतीश आर्य, जगदीश तंवर, ओम प्रकाश शास्त्री, लालचंद दीक्षित, यशपाल गर्ग, आदि मौजूद थे। वहीं सामवेद पारायण महायज्ञ में श्री मदन मोहन आर्य, बिजेंद्र सिंह आर्य, आर्य केन्द्रीय सभा के अध्यक्ष मुकेश आर्य और सुनील पोसवाल ने यजमान की भूमिका निभाई।

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