आंदोलन स्थल पर किसान की मौत

गांव अटोहा में चल रहे किसान आंदोलन में बीती बुधवार रात दीघोट गांव निवासी 58 वर्षीय किसान गिर्राज की मौत हो गई। किसान संघर्ष समिति व उसके स्वजन ने पोस्टमार्टम के बाद उनके शव का गांव में अंतिम संस्कार करा दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:46 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:46 PM (IST)
आंदोलन स्थल पर किसान की मौत
आंदोलन स्थल पर किसान की मौत

जागरण संवाददाता, पलवल: गांव अटोहा में चल रहे किसान आंदोलन में बीती बुधवार रात दीघोट गांव निवासी 58 वर्षीय किसान गिर्राज की मौत हो गई। किसान संघर्ष समिति व उसके स्वजन ने पोस्टमार्टम के बाद उनके शव का गांव में अंतिम संस्कार करा दिया है। बृहस्पतिवार को आंदोलन स्थल पर किसान को श्रद्धांजलि भी दी गई। किसान नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, राज कुमार ओलिहान व रुपराम तेवतिया सहित अन्य ने पुष्पांजलि अर्पित कर धरना स्थल पर दो मिनट का मौन रखा।

किसान नेता राज कुमार ओलिहान ने कहा कि प्रथम ²ष्ट्या से लग रहा है कि किसान की मौत ठंड लगने से हुई है। हालांकि, मौत के असल कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। किसान बीते एक वर्ष से आंदोलन में अपनी भागीदारी निभा रहा था। उन्होंने कहा कि मृतक किसान के स्वजन को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए तथा शहीद का दर्जा देते हुए परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए। जब तक किसानों की बाकी मांगें पूरी नहीं होती और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं होते किसानों का धरना जारी रहेगा। बिजली का करंट लगने से किसान की हुई मौत: बृहस्पतिवार को जनौली गांव में खेतों में पानी लगाते समय बिजली का करंट आने से एक किसान की मौत हो गई। किसान का नाम योगेंद्र है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना था कि स्वजन की शिकायत मिलने के बाद कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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