अभी कोरोना की स्थिति नियंत्रण में पर लापरवाही पड़ सकती है भारी
फ- 8 जागरण संवाददाता पलवल कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान ने दुनिया भर में तहलका मचा रख
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जागरण संवाददाता, पलवल: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान ने दुनिया भर में तहलका मचा रखा है। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। अभी भी कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। फिलहाल जिले में एक सक्रिय मरीज हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि अभी भी नियमों का पालन करना होगा, क्योंकि इस समय काफी लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर विभाग टीकाकरण पर भी जोर दे रहा है। ताकि टीका लगने के बाद एक निश्चित आबादी का बचाव हो सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोनों डोज लगने के बाद भी कोरोना हो सकता है, लेकिन इन डोज के बाद कोरोना घातक नहीं होगा।
महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा की बढ़ाई गई अवधि
जिलाधीश एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए जिला में महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा की अवधि आगामी 31 दिसंबर 2021 प्रात: 5 बजे तक बढ़ा दी है। इसके तहत पूर्व निर्धारित नियमों की सभी व्यवस्थाएं प्रभावी रूप से लागू रहेंगी और जिले में सभी दुकानें तथा माल जरूरी हिदायतों जैसे शारीरिक दूरी की अनुपालना, नियमित रूप से सैनिटाइजेशन तथा कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाकर खुल सकेंगे। जिलाधीश द्वारा जारी किए गए आदेशों में कहा गया है कि नो मास्क-नो सर्विस के सिद्धांत को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्हीं लोगों को पब्लिक व प्राइवेट ट्रांसपोर्ट में अनुमति दी जाएगी जो मास्क लगाएंगे। कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच गुणा रणनीति जैसे-परिक्षण ट्रेस-टीकाकरण ट्रैक व कोविड-19 उचित व्यवहार पर निरंतर विशेष फोकस रहेगा।
साढ़े नौ लाख लोगों को लग चुका है कोरोनारोधी टीका
जिला में कोविड-19 कोरोना वायरस की पूर्ण रोकथाम के उद्देश्य से सक्रिय रूप से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार तक जिले में 9 लाख 56 हजार 816 लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाया जा चुका है। जिला स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, 6 लाख 53 हजार 294 लोगों को पहली डोज तथा 3 लाख 3 हजार 522 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है। इनमें 5 लाख 16 हजार 829 पुरुष तथा 4 लाख 39 हजार 795 महिलाएं हैं, जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है। कोरोना का नया वैरिएंट खतरनाक है। हालांकि देश में किसी में यह वैरिएंट नहीं पाया गया है। फिर भी हमें सावधानी बरतनी होगी। जरा सी लापरवाही हमें नुकसान पहुंचा सकती है। संक्रमण से बचाव के लिए फेस मास्क का प्रयोग करें। समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करें और जब तक जरूरी न हो घरों से बाहर न निकलें। अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएं। भीड़-भाड़ वाले इलाकों से परहेज करें। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाकर रखें।
डा. ब्रह्दीप, सिविल सर्जन, पलवल।