73 लाखों की लागत से बना हथीन का बस अड्डा बना शोपीस

सबहेड बस अड्डे पर नहीं आती कोई बसें जर्जर होने लगी है बस अड्डे की इमारत फोटो 9

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:47 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:47 PM (IST)
73 लाखों की लागत से बना हथीन का बस अड्डा बना शोपीस
73 लाखों की लागत से बना हथीन का बस अड्डा बना शोपीस

सबहेड: बस अड्डे पर नहीं आती कोई बसें, जर्जर होने लगी है बस अड्डे की इमारत

फोटो 9

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मोहम्मद हारून, हथीन: 2007 में 73 लाख रुपये खर्च करके बनाया गया हथीन का बस अड्डा शोपीस बनकर रह गया है। वर्षों से बस अड्डे की व्यवस्था को लेकर लोगों की आवाजें उठीं, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला रहा है। यहां पर परिवहन विभाग की कोई बसें नहीं आती हैं। लाखों रुपये खर्च करके बनाया गया बस अड्डा केवल दिखावा बनकर रह गया है। लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिला।

19 नवंबर 2007 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने हथीन क्षेत्र के लिए बस अड्डे की सौगात दी थी। इसके निर्माण पर सरकार ने 72 लाख रुपये खर्च किए थे। हालांकि उस वक्त परिवहन विभाग की तरफ से कुछ दिनों के लिए कई बसों की व्यवस्था की गई। लेकिन कुछ दिनों बाद ही इस बस अड्डे पर बसों का आना जाना बंद हो गया। हालांकि कई बार क्षेत्र के लोगों की तरफ से परिवहन सेवा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की गई। यदा कदा ज्यादा दबाव के बाद कभी-कभी यहां पर बसें आतीं रहीं। लेकिन पिछले कई वर्षों से यहां पर एक भी बस नहीं आती। जो इक्का दुक्का बसें परिवहन विभाग की तरफ से चलाई हुई हैं, वे सीधे बाहर से निकल जाती हैं। खास बात तो यह है कि बस अड्डे पर विभाग की तरफ से कोई कर्मचारी तक तैनात नहीं। यूं तो विभाग की तरफ से बाकायदा यहां पर निर्धारित रूटों का ब्यौरा अंकित कराया हुआ है, लेकिन सब दिखावा बनकर रह गया है। हालत यह है कि लाखों की लागत से बना बस अड्डा अब जर्जर होने लगा है। लेकिन विभाग का इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं। लोगों का कहना है कि सरकार ने लाखों रुपये खर्च करके बस अड्डा तो बना दिया, लेकिन बसों की कोई सुविधा नहीं करा सकी।

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विभाग द्वारा निर्धारित रूटों का ब्योरा जो कराया हुआ अंकित:

रूट नंबर एक: बल्लभगढ़, दिल्ली, फरीदाबाद व चंडीगढ़।

रूट नंबर दो: भंगूरी, दुर्गापुर, पलवल, घर्रोट, जैनपुर व मंडकोला।

रूट नंबर तीन: सोहना, गुडग़ांव, रेवाड़ी, गोहपुर, उटावड व शिकरावा

रूट नंबर चार: पिनगवां, बडकली, फिरोजपुर झिरका, गहलब, कोंडल, पहाडी, बहीन व होडल।

रूट नंबर पांच: स्वामीका, विघावली, सूडाका व जिला मेवात नूंह।

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इस बारे में विभाग के अधिकारियों से बात करके यथा संभव जो हो सकेगा वह व्यवस्था कराई जाएगी।

---लक्ष्मी नारायण , एसडीएम हथीन

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