चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ

मंगलवार को पलवल की चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सहकारिता अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने केन में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:22 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:22 PM (IST)
चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ
चीनी मिल में पेराई सत्र का शुभारंभ

जागरण संवाददाता, पलवल : मंगलवार को पलवल की चीनी मिल के पेराई सत्र का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सहकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने केन में गन्ना डालकर पेराई सत्र का शुभारंभ किया। डा. बनवारी लाल ने सबसे पहले मिल में गन्ना लाने वाले किसानों को सम्मानित किया।

उन्होंने बहरौला गांव के किसान महीपाल को बुग्गी, गांव दीघोट के सुरेंद्र सिंह को ट्रैक्टर-ट्राली और वीरेंद्र को ट्रक में गन्ना लाने पर सम्मानित किया। साथ ही चीनी मिल उपाध्यक्ष देवीचरण मंगला, निदेशक उदय चन्द, गीता, प्रभु दयाल, बाबूराम, भावना, भीम सिंह, भूपेन्द्र सिंह, रमेश चन्द्र, सचेन्द्र सिंह, समुन्द्र सिंह और सोरन सिंह को भी सम्मानित किया। इस दौरान मौजूद किसानों के बीच उन्होंने कहा कि गुड़ बनाने की शुरुआत के बाद इस मिल में एथेनाल भी बनाया जाएगा।

डा. बनवारी लाल ने कहा कि हरियाणा में पूरे देश में गन्ने का सर्वाधिक भाव दिया जा रहा है। हरियाणा में अगेती किस्म का भाव 362 रुपये, मध्यम और पछेती किस्म का रेट 355 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है। मिल द्वारा पिछले सीजन के गन्ने का पूरा भुगतान कर दिया गया है। इसके साथ ही मिल द्वारा गन्ना विकास योजना के तहत विभिन्न मदों के अंतर्गत किसान भाइयों को मिल द्वारा अत्याधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

सहकारिता मंत्री ने बताया कि पेराई सत्र 2020-21 में मिल ने 33.58 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर इतिहास में अब तक सर्वाधिक पेराई करने का लक्ष्य प्राप्त किया है और 3.20 लाख क्विटल चीनी का उत्पादन किया था। इस सीजन में लगभग 40 लाख क्विंटल गन्ना की पेराई के लक्ष्य और 9.80 प्रतिशत रिकवरी के साथ 3.92 लाख क्विंटल चीनी के उत्पादन का अनुमान है। पिछले वर्ष 2020-21 में पलवल शुगर मिल का कैपेसिटी यूटिलाइजेशन 93.22 प्रतिशत रहा जोकि हरियाणा की सभी मिलों में तीसरे स्थान पर है। पिछले वर्ष शुगर की रिकवरी प्रतिशत 9.47 रहा। वर्ष 2021 के सितंबर और अक्टूबर महीने में पलवल मिल शुगर सेल रियलाइजेशन में हरियाणा की सभी मिलों में द्वितीय स्थान पर रही है।

सहकारिता मंत्री के अनुसार इस वर्ष गन्ने की बान्डिंग 48.00 लाख क्विंटल की है और मिल को लगभग 40.00 लाख क्विंटल गन्ना पेराई के लिए उपलब्ध होने की संभावना है। इस वर्ष मिल को अगेती किस्म का 70 प्रतिशत गन्ना उपलब्ध होगा, जिससे चीनी की रिकवरी अधिक होगी। मिल में पिछले वर्ष 2020-21 में यहां पर अच्छी गुणवत्ता के साथ प्राकृतिक विटामिन, मिनरल्स और आयरन युक्त गुड़/शक्कर का उत्पादन किया गया था। जैगरी प्लांट की क्षमता 30 टीसीडी है।

शाहबाद के विधायक एवं चेयरमैन, शुगरफेड, हरियाणा रामकरण ने कहा कि गन्ना किसानों को समय पर भुगतान किया जाता है। इस समय किसी भी किसान का कोई बकाया नहीं है। इस दौरान उपायुक्त कृष्ण कुमार ने कहा कि पलवल सहकारी चीनी मिल सोसायटी 1973 में रजिस्टर्ड की गई थी और वर्ष 1984-85 में 1250 टी.सी.डी की क्षमता के साथ पेराई का शुभारंभ किया गया था। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार वर्तमान में हमारी मिल 1900 टीसीडी क्षमता के साथ पेराई कर रही है तथा इसे और बढ़ाकर 2200 टीसीडी क्षमता बढ़ाने का कार्य चल रहा है।

इस अवसर पर पलवल के विधायक दीपक मंगला, पृथला के विधायक एवं वेयरहाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन नयनपाल रावत, हथीन के विधायक प्रवीण डागर, पूर्व विधायक रामरतन, भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव गौरव गौतम, पलवल शुगर मिल के उपाध्यक्ष देवीचरण मंगला, पलवल निगरानी समिति के चेयरमैन मुकेश सिगला,जिला परिषद के पूर्व वाइस चेयरमैन संतराम, हरियाणा पशुधन बोर्ड के वाइस चेयरमैन मेहर चन्द गहलोत जितेन्द्र कुमार, एसडीएम पलवल वैशाली सिंह, सुमन भांखर सहित अनेक गणमान्य लोग व किसान मौजूद रहे।

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