शो पीस बनकर रह गए पुलिस सहायता बूथ

एक दर्जन ट्रैफिक सहायता बूथों का उद्घाटन करते हुए यह दावा किया गया था कि यह बूथ राजमार्ग पर सुगम यातायात सुनिश्चित करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 07:24 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 07:24 PM (IST)
शो पीस बनकर रह गए पुलिस सहायता बूथ
शो पीस बनकर रह गए पुलिस सहायता बूथ

कुलवीर चौहान, पलवल:

राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर लगातार हो रही लूटपाट की वारदात के बाद भी पुलिस प्रशासन नहीं जाग रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर साढ़े तीन वर्ष पहले बनाए गए पुलिस सहायता बूथ इस समय सूने पड़े हुए हैं।

एक दर्जन ट्रैफिक सहायता बूथों का उद्घाटन करते हुए यह दावा किया गया था कि यह बूथ राजमार्ग पर सुगम यातायात सुनिश्चित करेंगे। इससे पुलिस यात्रियों को हर तरह की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहेगी। सभी बुनियादी सुविधाओं जैसे एंबुलेंस, गश्त के लिए वाहन, प्राथमिक चिकित्सा और यात्रियों के लिए टोल फ्री नंबर की व्यवस्था के साथ, यह घोषणा की गई थी कि पुलिसकर्मी इन बूथों पर चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगे। साथ ही ये बूथ कंट्रोल रूम से भी जुड़े होंगे। हादसा होने की सूरत में सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचेंगे और घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाने का कार्य करेंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग पर लूट या अन्य किसी अपराध को लेकर भी तत्परता से कार्य करेंगे।

परंतु अब यह बूथ केवल शो पीस बनकर रह गए हैं। इन पर कभी कभार ही पुलिसकर्मी नजर आते हैं। इस राजमार्ग पर लगातार लूट की वारदात सामने आती रहती हैं। शाम को अंधेरा होते ही राजमार्ग पर बदमाश सक्रिय हो जाते हैं। कई बार लूट के साथ मुसाफिरों पर जानलेवा हमला भी कर दिया जाता है।

बीती आठ जून को फरीदाबाद के गांव मवई निवासी आटो चालक राहुल पर रात के एक बजे दो युवकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव बघौला के समीप हमला कर दिया था और आटो लूटकर फरार हो गए थे। इन स्थानों पर खाली मिले बूथ:

गांव पृथला, आल्हापुर, श्रीनगर, बंचारी, होडल समेत राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर यह बूथ बनाए गए हैं। दैनिक जागरण ने पुलिस द्वारा जनता की सहायता के लिए बनाए गए इन बूथों का जायजा लिया तो ज्यादातर बूथ खाली मिले। ज्यादातर समय इन बूथों पर पुलिसकर्मी तैनात होते हैं। हालांकि कई बार यह गश्त पर भी निकल जाते हैं। अभी पलवल शहर में एलीवेटेड फ्लाईओवर बनने के कारण जाम की समस्या भी है। इस कारण यह पुलिसकर्मी वहां भी तैनात कर दिए जाते हैं।

- रविद्र, ट्रैफिक थाना प्रभारी

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