चेयरमैन पद अनुसूचित वर्ग को आरक्षित, कई दिग्गजों को लगा झटका

ड्रा प्रक्रिया में सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित रहेगी इसी सोच में पड़े कई संभावित प्रत्याशियों की सांसें अटकी हुई थीं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 07:51 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:51 PM (IST)
चेयरमैन पद अनुसूचित वर्ग को आरक्षित, कई दिग्गजों को लगा झटका
चेयरमैन पद अनुसूचित वर्ग को आरक्षित, कई दिग्गजों को लगा झटका

जागरण संवाददाता, पलवल: नगर परिषद पलवल की चेयरमैन सीट को लेकर सस्पेंस मंगलवार को समाप्त हो गया। पंचकूला में शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के निदेशक के नेतृत्व में चेयरमैन पद को लेकर ड्रा हुआ, जिसके बाद पलवल नप सीट को अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया। ड्रा प्रक्रिया में सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित रहेगी, इसी सोच में पड़े कई संभावित प्रत्याशियों की सांसें अटकी हुई थीं। कोई ओबीसी के लिए आरक्षित होने की बात कह रहा था तो कई सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होने की बात कह रहा था। तैयारी कर रहे नेताओं को लगा झटका

नगर परिषद चेयरमैन के पद के लिए दर्जनों दावेदारों ने तैयारी कर रखी थी। लेकिन, सीट के अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हो जाने से कई महीनों से चुनाव की तैयारी कर रहे नेताओं को झटका लगा है। खासकर सामान्य वर्ग से आने वाले दावेदारों की संख्या सबसे अधिक थी। ओबीसी से भी कई लोगों ने दावेदारी की थी। अब आने वाले समय में सियासी समीकरण कैसे बदले हैं, यह देखना रोचक होगा। आरक्षित वार्ड की सूची भी जारी

जारी अधिसूचना के तहत पलवल नगर परिषद के 31 वार्डों में से सीटें चक्रानुक्रम तथा ड्रा द्वारा आवंटित की गई हैं। नगर परिषद पलवल के 31 वार्डों में से 08 वार्ड, जिनमें वार्ड संख्या 03, 05, 08, 09, 16, 26, 28 तथा 30 को अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। इसी प्रकार वार्ड संख्या 16, 28 तथा 30 को अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए और वार्ड संख्या 22 व 29 को पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। इसके अलावा वार्ड संख्या 01, 02, 06, 07, 12, 19, 21 व 25 को महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। पार्षदों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से मिलेगी निजात

अबकी बार चेयरमैन के चुनाव में पार्षदों की भूमिका नहीं रहेगी। सरपंचों की तर्ज पर सीधा चुनाव होगा। शहर के प्रबुद्धजनों का कहना है कि पार्षदों की वोटिग से पालिका, निकाय चेयरमैन के चुनाव होते रहे हैं, लेकिन इस चुनावी प्रक्रिया पर खरीद-फरोख्त व राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप लगते हैं। सीधा चुनाव होने पर खरीद-फरोख्त की संभावना नहीं रहेगी। इसके अलावा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा, जिससे विकास कार्यों को रफ्तार मिलेगी। साथ ही पार्षदों में गुटबाजी भी नहीं रहेगी। अभी एसडीएम के पास है चार्ज

अनुमान है अगस्त तक चुनाव करवाए जा सकते हैं। कार्यकाल पूरा होने पर सरकार ने नप पलवल, नप होडल व हथीन नगर पालिका को भंग करके एसडीएम को चार्ज सौंप दिया है। जिले की तीनों पालिका और निकाय के चुनाव मई 2016 में संपन्न हुए थे। अब कार्यकाल पूरा होने पर सरकार ने एसडीएम को चार्ज सौंपने के आदेश जारी कर किए हैं।

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