ऐसे कैसे सफल होगा प्रधानमंत्री का कचरा भारत छोड़ो अभियान

प्रधानमंत्री जी के आह्वान के बाद भी रविवार को नगर परिषद ने कचरा पलवल छोड़ो की दिशा में कोई पहल नहीं की।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 10:52 PM (IST)
ऐसे कैसे सफल होगा प्रधानमंत्री का कचरा भारत छोड़ो अभियान
ऐसे कैसे सफल होगा प्रधानमंत्री का कचरा भारत छोड़ो अभियान

पलवल [संजय मग्गू]। साफ सुथरा शहर, हरियाली तथा चमचमाती सड़कें किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। बापू का भी सपना था कि भारत स्वच्छ हो, इसके लिए आजादी की लड़ाई के तहत वे गोरी सरकार से भिडऩे के साथ-साथ सफाई अभियानों को भी वरीयता देते थे। वैसे तो देश में पूर्व सरकारों ने भी स्वच्छता के लिए कई अभियान चलाए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता को देश के विकास की दिशा में भी मूलमंत्र बताया है।

शहरों में साफ-सफाई रहे, इसके लिए बाकयदा उन्होंने प्रतिस्पर्धा से जोड़ते हुए अपने पहले कार्यकाल में स्वच्छ भारत मिशन का आगाज किया।

देवालय से पहले शौचालय, खुले में शौचमुक्त भारत अभियान तथा विभिन्न अवसरों पर सफाई अभियान चलाकर उन्होंने इसे गति भी दी। शनिवार को अंग्रेजों भारत छोड़ो की 78वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी ने कचरा भारत छोड़ो का नारा देकर स्वच्छ भारत की मुहिम को और अधिक ऊंचाई दे दी है, लेकिन शहर की गंदगी से भरी सड़कें कचरा मुक्त भारत अभियान की सफलता की चुगली कर रही हैं। प्रधानमंत्री जी के आह्वान के बाद भी रविवार को नगर परिषद ने कचरा पलवल छोड़ो की दिशा में कोई पहल नहीं की।

राजमार्ग से लेकर स्लम बस्तियों तक बुरा हाल

सफाई के मामले में शहर की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग हो या फिर स्लम बस्तियां सभी तरफ गंदगी के ढ़ेर लगे देखे जा सकते हैं। राजमार्ग पर एक तो रुका हुआ एलिवेटेड पुल का निर्माण कार्य तथा सर्विस रोड पर नाले के किनारे जमा गंदगी बाहर से निकलने वाले वाहन चालकों के जहन में शहर की छवि को धूमिल करते हैं। लॉकडाउन के दौरान नगर परिषद के कर्णधारों ने शहर वासियों को शहर की आमूल-चूल सफाई का अभियान चलाने की पहल करने का अभियान चलाने का स्वप्न दिखाया था, लेकिन वह केवल दिखावा भर बनकर रह गया। यूं तो शहर की सफाई के लिए हाल ही में स्वीङ्क्षपग मशीन भी आई है, लेकिन वह खुद सफाईकर्मियों की मोहताज दिखती है।

स्वच्छ भारत की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशेष रूप से प्रयासरत हैं। शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए नगर परिषद में 175 के करीब सफाईकर्मचारियों के परिषद के पे-रोल पर भी लिया गया है। शहर की सफाई के लिए नगर परिषद के अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं।

दीपक मंगला, विधायक पलवल

हम तो पहले दिन से ही कचरा पलवल छोड़ो अभियान को सार्थक करने की दिशा में प्रयासरत हैं, लेकिन जन सहयोग के बिना कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकते। स्वीपिंग मशीन तथा 175 सफाई कर्मियों को पे-रोल पर लेने के बाद अब शहर की भीतरी आबादी में भी घर-घर से कूड़ा एकत्र कराने का कार्य मंगलवार से शुरू करा दिया जाएगा।

इंदू भारद्वाज, चेयरपर्सन नगर परिषद पलवल

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