फालोअप : साथियों ने की थी गोली मारकर प्रवीण की हत्या

चार माह पूर्व हुए आपसी विवाद की रंजिश रखते हुए गांव कारना निवासी प्रवीण की गोली मारकर हत्या की गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 06:35 PM (IST)
फालोअप : साथियों ने की थी गोली मारकर प्रवीण की हत्या
फालोअप : साथियों ने की थी गोली मारकर प्रवीण की हत्या

जागरण संवाददाता, पलवल: चार माह पूर्व हुए आपसी विवाद की रंजिश रखते हुए गांव कारना निवासी प्रवीण की गोली मारकर हत्या की गई थी। प्रवीण को गांव निवासी चार युवकों ने गोवर्धन के दिन योजना के तहत बुलाया था तथा पांचों (चारों दोस्तों व प्रवीण) ने शराब पी थी। योजना के तहत उन्होंने प्रवीण को ज्यादा शराब पिलाई थी, जब उसे नशा होने लगा तो गोली मारकर हत्या कर शव को कुएं में डालकर फरार हो गए। पुलिस ने तीन आरोपितों गांव कारना निवासी कर्मबीर, अमित व उमेश को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को अदालत में पेश कर तीनों आरोपितों को अदालत से पुलिस रिमांड पर लिया गया।

शहर थाना प्रभारी अनूप कुमार के अनुसार गांव प्रवीण गोवर्धन पूजा के दिन 15 नवंबर को लापता हो गया था। शहर थाना पुलिस ने उनके भाई अनिल के बयान पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर प्रवीण की तलाश शुरू कर दी थी। तलाश के दौरान 25 नवंबर को कारना-ककराली रोड पर एक खेत में कुएं से शव बरामद हुआ, जिसकी शिनाख्त प्रवीण के रूप में हुई। सड़ी-गली हालत में बरामद हुए शव पर सिर के समीप गहरा जख्म था। पोस्टमार्टम से पता चला कि प्रवीण को गोली मारकर हत्या की गई थी।

थाना प्रभारी के अनुसार जिस कुएं में शव मिला था। उसी के समीप एक खंभे पर एक पर्चा लगा मिला था, जिस पर कुएं में शव होने की बात लिखी थी तथा नीचे जाट समाज लिखा गया था। मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने गहन जांच के आदेश दिए तथा साइबर सैल को भी लगाया गया था। जांच के दौरान हथीन गेट पुलिस चौकी इंचार्ज टेक सिंह को शुक्रवार को सूचना मिली थी कि प्रवीण की हत्या करने के तीन आरोपित केएममपी एक्सप्रेस वे पर मौजूद हैं तथा कहीं भागने की फिराक में हैं। सूचना के आधार पर दबिश देकर पुलिस ने आरोपितों कर्मबीर, अमित व उमेश को दबोच लिया। बाक्स : पुलिस को भटकाने के लिए लगाया था पर्चा

पुलिस की गिरफ्त में आरोपितों ने जो बातें बताई वह उनके शातिर अपराधी होने की तरफ इशारा करती हैं, जिस कुएं में शव मिला, वह रास्ता जाट बाहुल्य गांव ककराली की तरफ जाता है। आरोपितों ने पुलिस जांच भटकाने के लिए ही कुएं से थोड़ी दूर खंभे पर एक पर्चा चिपकाया था, जिस पर कुएं की तरफ इशारा करते हुए उसमें शव होने की बात लिखी गई थी। पुलिस को भटकाने के लिए ही पर्चे पर नीचे जाट समाज लिखा था, ताकि इसे जातीय रंग दिया जा सके। गहन पूछताछ में आरोपितों ने पुलिस को बताया कि करीब चार महीने पहले उनका (चारों का) प्रवीण से झगड़ा हो गया था, जिसमें बाद में उन्होंने समझौता कर लिया लेकिन मन में रंजिश रखी। तीनों आरोपितों से वारदात में प्रयुक्त तमंचा व मृतक का एक जूता बरामद किया गया है। आरोपितों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। फरार आरोपित की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

- यशपाल खटाना, डीएसपी, पलवल

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