डेंगू के तीन और मामले आए सामने, संख्या हुई 37

गांव काशीपुर और शहर की पंचवटी कालोनी में डेंगू के एक- एक मामले सामने आए हैं। वहीं गांव भमरौला में 12 वर्षीय बच्चे में डेंगू की पुष्टि हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 07:11 PM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 07:11 PM (IST)
डेंगू के तीन और मामले आए सामने, संख्या हुई 37
डेंगू के तीन और मामले आए सामने, संख्या हुई 37

जागरण संवाददाता, पलवल: जिले में डेंगू का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। वहीं बुखार से भी लगातार मौतें हो रही हैं। बीते 24 घंटे में जिले में डेंगू के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 37 हो गई है। गांव काशीपुर और शहर की पंचवटी कालोनी में डेंगू के एक- एक मामले सामने आए हैं। वहीं गांव भमरौला में 12 वर्षीय बच्चे में डेंगू की पुष्टि हुई है।

डेंगू से डरें नहीं, समय पर डाक्टर से परामर्श लें: डा ब्रह्मदीप

डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बयान जारी कर कहा कि मरीज डेंगू से डरे नहीं। पहले तीन दिन बुखार को क्रोसीन टैबलेट से कंट्रोल करें। बुखार 103-104 डिग्री हो तो ठंडे पानी की पट्टी रखें। तीन दिन बाद डाक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक शुरू करें। खून की जांच करा कर प्लेटलेट्स लेवल, मलेरिया और डेंगू आदि का पता करें। प्लेटलेट कम होने पर रोज एक या दो बार जांच कराएं। गिरती हुई प्लेटलेट्स से घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि शुगर और बीपी के मरीज अवश्य ध्यान रखें। प्लेटलेट्स 50 हजार से कम होने पर डाक्टर का परामर्श नियमित रूप से लें। मरीज को एक से दो घंटे में कुछ खाने पीने के लिए देते रहें। उल्टियां आने पर ग्लूकोज की बोतल लगवाएं। जरूरत होने पर डाक्टर की सलाह पर प्लेटलेट्स की आवश्यकता हो तो जरूर चढ़वा लें। अस्पताल में बेड ना मिले तो अनुभवी डाक्टर की सलाह पर घर में भी मरीज का उपचार सम्भव है और हौसला रखें। साढ़े चार लाख से ज्यादा घरों की हुई जांच

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के चार लाख 57 हजार 338 घरों की जांच की गई है, जिनमें से 6,041 घरों में मिले लार्वा को लेकर मकान मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक डेंगू के 1,073 और मलेरिया के एक लाख 22 हजार 717 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। डेंगू के 1,073 सैंपल में से 982 सैंपल जिले से और 81 सैंपल जिले के बाहर से हैं, जिनमें से कुल 42 मरीज पाजिटिव पाए गए हैं। जिले के रहने वाले 37 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं जिले के बाहर के रहने वाले पांच मामलों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यहां सभी केवल उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पहुंचे थे। प्लेटलेट्स की कमी को देखते हुए दिए निर्देश

जिले में प्लेटलेट्स की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने ब्लड बैंक अधिकारियों के साथ एक बैठक भी ली। सिविल सर्जन ने निर्देश दिए कि ज्यादा से ज्यादा और जल्द ब्लड कैंप लगाए जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी ब्लड कैंप लगाने से पहले ब्लड बैंक के नोडल आफिसर को जानकारी दी जाए और उसकी स्टोरेज कैपेसिटी बताई जाए। उन्होंने ने सभी को सतर्क करते हुए कहा कि एसडीपी किट्स समय पर उपलब्ध कराई जाएं ताकि लोगों को समय पर मदद मिल सके और लोगों की जान बचाई जा सके। डेंगू के लक्षण

- शरीर में दर्द होना, बुखार जैसे लक्षण

- पेट में दर्द, उल्टियां होना, पेशाब कम होना, बेहोशी आना भी पहचान है

- डेंगू में शरीर पर चकत्ते दिखाई देते हैं, प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं डेंगू से बचाव

- डेंगू के लिए कोई विशेष दवा उपलब्ध नहीं है। डाक्टर बुखार और दर्द को नियंत्रित करने के लिए दवाएं देते हैं। शरीर को हाइड्रेट रखना डेंगू नियंत्रित करने का सबसे कारगर तरीका है।

- पानी और जूस जैसे तरल पदार्थों का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से मरीज की सेहत में तेजी से सुधार होता है।

- गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत होती है। अत्यधिक गंभीर मामले में पीड़ित व्यक्ति को इंट्रावेनस फ्लूइड या इलेक्ट्रोलाइट सप्लीमेंट दी जाती है।

-कुछ मामलों में ब्लड प्रेशर मानिटरिग और प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन द्वारा भी उपचार किया जाता है।

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