अशफाक व बिस्मिल की मित्रता अनुकरणीय : श्रद्धानंद सरस्वती

राष्ट्रवादी विचार मंच द्वारा देश की आजादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले अमर शहीद अशफाक उल्ला खां की जयंती वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से गोष्ठी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 05:45 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:45 PM (IST)
अशफाक व बिस्मिल की मित्रता अनुकरणीय : श्रद्धानंद सरस्वती
अशफाक व बिस्मिल की मित्रता अनुकरणीय : श्रद्धानंद सरस्वती

संवाद सहयोगी, हथीन : राष्ट्रवादी विचार मंच द्वारा देश की आजादी के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले अमर शहीद अशफाक उल्ला खां की जयंती वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से गोष्ठी का आयोजन किया गया। राष्ट्रवादी विचार मंच के संयोजक स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि अशफाक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी थे। उन्होंने काकोरी कांड में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उन्होंने कहा कि पं रामप्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला की भूमिका निर्विवाद रुप से हिदू-मुस्लिम एकता का अनुपम उदाहरण है। मातृभूमि के लिए अशफाक व बिस्मिल की मित्रता अटूट थी। आर्य समाज भवनों में रहकर मां भारती की आजादी के लिए दोनों ने मिलकर काम किया।

श्रद्धानंद ने कहा कि कट्टरपंथियों के लिए अशफाक और बिस्मिल की मित्रता अनुकरणीय व प्रेरणादायक हो सकती है। विचार संगोष्ठी में रमेश आर्य, राजदेव नैष्ठिक, बिजेन्द्र सिंह आर्य, कंवर रमेश, सुरेंद्र कुमार, राहुल कुमार, करतार सिंह भाटी, अनिल आर्य, चंद्रभान, सुनील कुमार डागर, यज्ञमुनी आदि ने भाग लिया।

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