मठेपुर गांव में दिमागी बुखार से 30 वर्षीय महिला की मौत

उसे दो दिन पहले ही गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। स्वजन केअनुसार चिकित्सकों ने उसे दिमागी बुखार बताया था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 07:20 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 07:26 PM (IST)
मठेपुर गांव में दिमागी बुखार से 30 वर्षीय महिला की मौत
मठेपुर गांव में दिमागी बुखार से 30 वर्षीय महिला की मौत

संवाद सहयोगी, हथीन (पलवल): खंड के गांव मठेपुर में 30 वर्षीय अनीसा की दिमागी बुखार के चलते शनिवार को मौत हो गई। अनीसा पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थी। उसे दो दिन पहले ही गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। स्वजन के अनुसार चिकित्सकों ने उसे दिमागी बुखार बताया था।

मृतक अनीसा के जेठ साबिर हुसैन ने बताया है कि उनके भाई नासिर की पत्नी को कई दिन पहले बुखार हुआ था। शुरुआत में प्राईवेट चिकित्सकों से इलाज कराया गया, लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर दो दिन पहले उसे गुरुग्राम के एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान शनिवार को सुबह उसने दम तोड़ दिया। साबिर के अनुसार गांव में चारों तरफ जलभराव के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। गांव में गंदगी चारो ओर फैली है। हालात यह है कि गांव में दर्जनों लोग बुखार की चपेट में हैं, लेकिन प्रशासन का पानी की निकासी की तरफ ध्यान नहीं है। दो और बच्चों की हुई मौत

गांव मलाई निवासी 10 वर्षीय ओसामा पुत्र आरिफ की बुखार के चलते दिल्ली के एक अस्पताल में शनिवार को मौत हो गई। जिले में अब तक बुखार से मरने वालों की संख्या 44 हो गई है, जिनमें अधिकांश बच्चे शामिल हैं। स्वजन के मुताबिक ओसामा कई दिन से बुखार से पीड़ित था। उसकी प्लेटलेट्स कम थी, जिसके चलते बृहस्पतिवार को उसे नल्हड़ मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया, लेकिन हालात गंभीर होने पर वहां से दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया था।

हथीन शहर में छह वर्ष की पलक पुत्री हरिओम की भी बुखार के कारण मौत हो गई। पलक को बुखार के चलते दो दिन पहले गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मठेपुर गांव में हुई मौत के बारे में एक चिकित्सा अधिकारी को भेजा गया है। जांच के बाद मौत का असली कारण पता चलेगा।

-डा. विजय कुमार, एसएमओ हथीन

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