छह जुलाई से पांच अगस्त तक बंद रहेंगे पांडव कालीन शिवमंदिर के कपाट

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ऐतिहासिक पांडव कालीन शिवमंदिर की शिवमंदिर विकास समिति ने मंदिर के कपाट छह जुलाई से पांच अगस्त तक बंद रखने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 07:01 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 06:17 AM (IST)
छह जुलाई से पांच अगस्त तक बंद रहेंगे पांडव कालीन शिवमंदिर के कपाट
छह जुलाई से पांच अगस्त तक बंद रहेंगे पांडव कालीन शिवमंदिर के कपाट

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ऐतिहासिक पांडव कालीन शिवमंदिर की शिवमंदिर विकास समिति ने मंदिर के कपाट छह जुलाई से पांच अगस्त तक बंद रखने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन-1 में मंदिर के दरवाजे बंद रखने के बाद 15 मई को खोले गए थे। 175 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब सावन माह में शिवमंदिर के कपाट बंद रहेंगे।

फिरोजपुर झिरका शिवमंदिर विकास समिति के प्रधान अनिल गोयल ने बताया कि इस समय देश में कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है। सरकारी दिशा-निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने को लेकर जो गाइडलाइन धार्मिक स्थलों को लेकर जारी हुई हैं उसी का पालन करते हुए मंदिर के कपाट बंद करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 175 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब मेवात के सबसे पुराने एवं ऐतिहासिक पांडव कालीन शिवमंदिर के कपाट बंद होंगे।

अनिल गोयल ने बताया कि आगामी 19 जुलाई को सावन की शिवरात्रि है। इस पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। अंत में अनिल गोयल ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा वो इस बार शिवरात्रि पर भोलेनाथ की पूजा-अर्चना अपने घरों से ही करें।

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