वसुंधरा ने सारेगामापा शो में बिखेरा अपनी मधुर आवाज का जादू
विकास और शिक्षा के मामले भले ही जिला पिछड़ेपन झेल रहा हो। लेकिन इस पिछड़े क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है कमी है तो प्रतिभाओं को तराशने की। पुन्हाना क्षेत्र की वसुंधरा ने मुंबई में सारेगामापा 2021 के मंच पर पहुंचकर अपनी मधुर आवाज से सबका दिल जीत लिया।
संवाद सहयोगी, पिनगवां (नूंह): विकास और शिक्षा के मामले भले ही जिला पिछड़ेपन झेल रहा हो। लेकिन इस पिछड़े क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, कमी है तो प्रतिभाओं को तराशने की। पुन्हाना क्षेत्र की वसुंधरा ने मुंबई में सारेगामापा 2021 के मंच पर पहुंचकर अपनी मधुर आवाज से सबका दिल जीत लिया।
वसुंधरा के संघर्ष की कहानी को सुनकर जज विशाल ददलानी और हिमेश रेशमिया की आंखों में आंसू छलक आए। उन्होंने वसुंधरा को आगे बढ़ने में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया। वसुंधरा को लेकर बेशक अभी तक लोग अनजान थे लेकिन टीवी शो में जैसे ही पुन्हाना और मेवात का नाम आया तो वसुंधरा के घर बधाइयां देने वालों तांता लग गया। इंटरनेट मीडिया पर वसुंधरा के परफॉर्मेंस की वीडियो वायरल होने लगी। माता-पिता हैं सफाई कर्मचारी
वसुंधरा ने प्राइमरी की पढ़ाई मेवात माडल स्कूल से की है तो तंगी के कारण दसवीं तक उन्होंने सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण की। चार बहन और दो भाइयों में मंझली वसुंधरा के पिता समोज कुमार मेवात माडल स्कूल तथा उनकी माता पूनम रानी कस्तूरबा गांधी स्कूल में सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं। सलमान अली ने किया सहयोग
पुन्हाना के सलमान अली ने लिटिल चैंप्स शो में इसी तरह अपनी आवाज का जलवा दिखाकर आज कामयाबी की बुलंदियों को छू लिया है। मुंबई के इतने बड़े टीवी शो में पहुंचने वाले गायक सलमान अली और वसुंधरा एक ही वार्ड के रहने वाले हैं। वसुंधरा को मुंबई का रास्ता दिखाने में गायक सलमान अली ने भी अपना सहयोग किया है। सलमान अली ने वसुंधरा के स्वजन को दिल्ली आडिशन में शामिल होने की सूचना दी, जहां से उनका मुंबई जाने का रास्ता साफ हुआ। वसुंधरा को इस मंजिल तक पहुंचाने में उनके नाना बाबा हरपाल नाथ ने पूरी मदद की, वहीं उनके पिता समोज कुमार के स्कूल स्टाफ ने भी सहयोग किया। मां और नाना के साथ जागरण में गाने का था शौक
वसुंधरा मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग कस्बे की रहने वाली है, लेकिन पिछले 25 वर्षो से वे अपने ननिहाल में रह रही हैं। करीब 25 वर्ष पहले उनके पिता पुन्हाना में आकर बस गए थे। वार्ड पार्षद सतपाल और कर्मवीर मामा ने बताया कि वसुंधरा को अपने नाना बाबा हरपाल नाथ, माता पूनम के साथ भजन मंडलियों, जागरण इत्यादि में गाने का शौक था, स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने गायिकी के लिए समय निकालकर अपने प्रयास जारी रखे। मोबाइल से गाने सुनकर घर पर उन्होंने अपनी आवाज को बुलंद करना सीखा और उन्हीं प्रयासों के सहारे मुंबई पहुंचकर सारेगामापा 2021 के शो में कामयाबी हासिल की। लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकने वालों को दिया जवाब
वसुंधरा की गायिकी से प्रभावित होकर सारेगामापा 2021 के जज विशाल ददलानी ने कहा कि इस तरह हम बेटियों को सहयोग नही करेंगे तो वो कैसे आगे बढ़ेगी। बेटियो को सिखाएंगे, पढ़ाएंगे तभी हमारा देश कहां से कहां पहुंचेगा, बहुत आगे बढ़ जाएगा। वसुंधरा की कमाल की आवाज ओर जज्बा एक जबाब है उन लोगों को जो लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकते हैं।