सुहागिनों ने अपने चांद का दीदार कर व्रत खोला
जिले में करवाचौथ को लेकर महिलाओं में खास उत्साह नजर आया। चांद का पूजन कर महिलाओं ने व्रत खोला और साथ ही सौभाग्यवती होने का वरदान भी मांगा।
जागरण संवाददाता, नूंह : जिले में करवाचौथ को लेकर महिलाओं में खास उत्साह नजर आया। चांद का पूजन कर महिलाओं ने व्रत खोला और साथ ही सौभाग्यवती होने का वरदान भी मांगा। बादल के चलते चांद देर से नजर आया।
नूंह, पुन्हाना, तावड़ू, फिरोजपुर झिरका, नगीना और पिनगवां आदि में करवाचौथ का उत्साह देखते ही बन रहा था। रविवार को करवाचौथ को लेकर बाजार में जहां रौनक थी, वहीं ब्यूटी पार्लर से लेकर दुकानों पर भी भीड़ नजर आ रही थी। शाम से व्रती महिलाएं पूजन के लिए तैयारी में जुटी हुई थीं। शाम होते ही बादलों ने आसमान पर अपना घेरा डाला, गड़गड़ाहट के साथ ही बूंदाबांदी भी हुई और देखते-देखते मौसम बदल गया। उधर का चांद का इंतजार बेसब्री के साथ किया जा रहा था। आखिर चांद निकला और व्रती महिलाओं ने चांद का पूजन कर उपवास खोला, घर पर बड़ों का आशीर्वाद लिया और पूजा संपन्न की। स्नेहलता, मंजू, रितु आदि ने बताया कि इस पूजा का उन्हें बड़ा ही क्रेज है।
बाजार में रही रौनक, खूब बिका करवा
फोटो- : 25 एमडब्ल्यूटी, 18 संवाद सहयोगी, नगीना : जिले के बाजारों में रौनक रही, दिनभर खूब करवा बिका। सुहागिनों ने व्रत रखकर पति की लंबी आयु की कामना की। सुहागिनों न सच्ची निष्ठा से व्रत कर माता पार्वती से सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद प्राप्त किया।
महिला गीतादेवी, अर्चना, बबिता सहित दर्जनों ने बताया कि करवाचौथ का व्रत चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही पूर्ण माना जाता है। करवाचौथ के दिन चंद्रोदय का अधिक महत्व होता है। महिलाओं ने दिन में पहले कथा सुनी उसके बाद चंद्रमा का बेसब्री से इंतजार किया। महिलाओं ने चंद्रमा निकलने पर जल चढ़ाया। इसके बाद पति ने जल पिलाकर महिलाओं का व्रत पूर्ण कराया।