तेज गति पर नहीं लगाया ब्रेक तो धो बैठेंगे जिंदगी से हाथ
गुरुग्राम अलवर हाईवे दुर्घटना वाला हाईवे बना हुआ है। यहां आवागमन करना है तो वाहन की गति पर ब्रेक लगाना जरूरी है। पिछले आठ साल में इस हाईवे पर 2031 से ज्यादा लोगों की मौत और 3697 लोग घायल हो चुके हैं।
शेरसिंह चांदोलिया, नगीना
गुरुग्राम अलवर हाईवे दुर्घटना वाला हाईवे बना हुआ है। यहां आवागमन करना है तो वाहन की गति पर ब्रेक लगाना जरूरी है। पिछले आठ साल में इस हाईवे पर 2,031 से ज्यादा लोगों की मौत और 3,697 लोग घायल हो चुके हैं। हादसों का मुख्य कारण इस सड़क पर ज्यादा भीड़भाड़ होना है। कुछ लोग अपने वाहन को सीमित गति में नहीं चलाते तो कुछ लोग ओवरटेक करके दुर्घटना का कारण बन जाते हैं। जबकि यातायात पुलिस समय-समय पर लोगों को जागरूक करती रहती है। यहां तक की सड़क के किनारे पर जगह-जगह स्पीड बोर्ड भी लगे हुए हैं। लेकिन लोग अपनी मनमानी के कारण खुद ही दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
राजूद्दीन,फजरुद्दीन बेसर, सामीम साकरस, मुबारिक, सद्दीक अहमद मेव, फारुख अब्दुल्ला सहित सैकड़ों लोगों की तरफ से बार-बार हाईवे को फोरलेन करने की मांग उठती रही है। इसी हाईवे से लोग राजस्थान के जयपुर, अलवर, जोधपुर से बड़कली चौक होते हुए सोहना, गुरुग्राम और दिल्ली के लिए रवाना होते हैं। बडकली चौक से कुछ वाहन उत्तर प्रदेश के कोसीकला, आगरा, मथुरा के लिए चले जाते हैं। अन्यथा हाईवे पर पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती। बडकली चौक इस हाईवे का मेन चौक है। यह चौक तीन राज्यों को जोड़ता है। इस चौक पर यातायात पुलिस कि हर वक्त मौजूदगी रहती है। लेकिन फिर भी चौक के आसपास दुर्घटना घट जाती है। गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर हुई मौत व दुर्घटनाओं पर एक नजर:
साल हादसे मौत घायल
2013 303 152 198
2014 373 139 316
2015 425 141 454
2016 467 189 469
2017 545 247 544
2018 557 239 599
2019 560 237 562
2020 541 213 555
इस साल अब तक 12 लोग यहां अपनी जान गवां चुके हैं जब तक इस हाइवे को फोरलेन नहीं किया जाएगा। तब तक इसी प्रकार भीड़भाड़ रहेगी और दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहेगा। दुर्घटनाओं में जिले के काफी होनहार युवा जान गवा चुके हैं। प्रदेश सरकार को यह हाईवे जल्द से जल्द फोरलेन करना चाहिए।
हाकम ठेकेदार, मांडीखेडा
ओवरटेक व गलत तरीके से वाहन चलाना भी दुर्घटना का कारण है। यहां ब्रेकर भी होने चाहिए। वैसे लोगों को समय-समय पर हम जागरूक करते रहते हैं और जागरूकता अभियान चलाकर हिदायत दी जाती है। लेकिन फिर भी लोग अपनी मनमानी कर ही जाते हैं। आगे भी जागरूकता अभियान जारी रहेगा।
चांदसिंह, थाना प्रभारी यातायात नूंह