डेंगू का कहर बरपा, 17 दिनों में 25 मामले आए सामने

जिले में लंबे समय के बाद एक बार फिर से डेंगू के डंक ने लोगों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। 17 दिनों में अब तक 25 मामले सामने आ चुके हैं। बढ़ते मामलों को लेकर हरकत में आए जिला स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रोकथाम के लिए 27 टीमों को मैदान में उतार दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:23 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:23 PM (IST)
डेंगू का कहर बरपा, 17 दिनों में 25 मामले आए सामने
डेंगू का कहर बरपा, 17 दिनों में 25 मामले आए सामने

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका : जिले में लंबे समय के बाद एक बार फिर से डेंगू के डंक ने लोगों पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। 17 दिनों में अब तक 25 मामले सामने आ चुके हैं। बढ़ते मामलों को लेकर हरकत में आए जिला स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रोकथाम के लिए 27 टीमों को मैदान में उतार दिया है।

नूंह खंड के किरंज गांव में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। विभागीय टीमों ने सभी प्रभावित गांवों में डेरा जमा लिया है। बता दें कि क्षेत्र में पिछले कई दिनों से बारिश का दौर जारी है। इस मौसम में सबसे ज्यादा खतरा मलेरिया और डेंगू का रहता है। हालांकि जिले में मलेरिया से राहत है लेकिन डेंगू ने अपना रोब दिखाना शुरू कर दिया। करीब पांच वर्षो के बाद लौटे डेंगू ने लोगों को अपनी जकड़ में लेना शुरू कर दिया है। वर्ष 2016 में समुचित जिले में मात्र एक डेंगू का केस सामने आया था। वर्ष 2015 में इनकी संख्या दो थी। लेकिन तीन सितंबर से 20 सितंबर के बीच 25 रोगियों की पहचान ने स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े कर दिए। विभाग जहां मरीजों की देखरेख में जुटा है वहीं प्रभावित गांवों में विभागीय टीमें फागिग करने में जुटी हुई हैं। मलेरिया और डेंगू के आंकड़े

वर्ष मलेरिया के कुल मामले मलेरिया से मौत डेंगू के कुल मामले

2015 6638 3 2

2016 5075 0 1

2017 3643 0 0

2018 3008 0 0

2019 938 0 0

2020 0 0 0

2021 4 0 25

इन गांवों में मिले डेंगू के मरीज

- किरंज नूंह : 12 मामले

- खानपुर घाटी : छह मामले

- सूखपुरी : एक मामला

- डूंगरान शहजादपुर : तीन मामले

- इमाननगर : एक मामला

- फिरोजपुर झिरका शहर : दो मामला जिले में डेंगू के मामलों में अचानक तेजी आई है। कुछ साल पहले तक यहां कोई मामला नहीं था। लेकिन बारिश के बाद पनपे इस रोग ने काफी गांवों को प्रभावित किया है। डेंगू की रोकथाम को लेकर 27 से अधिक टीमों को गांवों में उतारा गया है। प्रभावित व संवेदनशील गांवों पर पैनी नजर रखी जा रही है। प्रभावित गांवों में फागिग, स्प्रे आदि का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है।

- डा. विक्रम, जिला मलेरिया अधिकारी नूंह

chat bot
आपका साथी