जल जीवन मिशन के तहत बुझेगी लोगों की प्यास
प्रदेश सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत नगीना खंड के लिए 228 करोड़ 45 लाख रुपये मंजूरी दी है।
संवाद सहयोगी, नगीना: प्रदेश सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत नगीना खंड के लिए 228 करोड़ 45 लाख रुपये मंजूरी दी है। फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान ने पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि नगीना खंड में पेयजल की समस्या लंबे समय से चली आ रही थी। इस खंड में पानी बिल्कुल नहीं है। नगीना और पिनगवां खंड के गांव बिल्कुल अंतिम छोर पर हैं। इसलिए जो परियोजनाएं चल रही थीं उनका पानी यहां नहीं पहुंच पा रहा था।
उन्होंने कहा कि विधायक बनते ही मैंने गांव-गांव जाकर हालात देखे और फिर मई 2020 में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर समीक्षा बैठक की। मैंने सरकार से मांग रखी थी नगीना व पिनगवां खंड के गांवों के लिए पीने का पानी मुहैया कराया जाए। अब हरियाणा सरकार ने जल जीवन मिशन परियोजना के तहत यहां के 55 गांवों को सौगात दी है।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावित परियोजना के तहत पलवल स्थित यमुना से यह पानी भादस एमबीएस (मैन बूस्टिग स्टेशन) तक लाया जाएगा। इसकी दूरी 68 किलोमीटर होगी। दूरी ज्यादा होने के कारण बहीन में एक एमबीएस और बनाया जाएगा। भादस उमरा जलालपुर फिरोजपुर और नगीना में 5 लाख लीटर क्षमता के टैंक बनाए जाएंगे। इसके अलावा प्रस्तावित परियोजना के तहत 22 नए टैंक गांवों में और बनाए जाएंगे। इस परियोजना का लाभ नगीना व पिनगवां के 52 गांवों को मिलेगा। इनमे भादस, उमरा, नगीना जलालपुर फिरोजपुर, खानपुर, बसई, मोहलाका, गंडूरी, गोहाना, नाई नगला, बुखाराका, पिथूरपुरी, जरगाली, रानीका पटाकपुर कुलताजपुर, बलाई, झिमरावट, बाजीदपुर, अकलीमपुर आदि गांव हैं।
उन्होंने बताया कि इन गांवों में पीने के पानी की आपूर्ति आज भी टैंकरों से की जाती है। इसके लिए हर महीने लगभग तीन हजार का खर्चा एक परिवार का आता है। इस संबंध में बार-बार शिकायतें भी सरकार के पास की जा रही थी कि जल्द ही यहां पर पानी उपलब्ध कराया जाए। आखिरकार सरकार ने मेवात के इन पिछड़े गांवों की सुनकर पानी मुहैया कराने का काम किया है।