स्वच्छता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से करवाएं: उपायुक्त

उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि स्वछ भारत मिशन (ग्रामीण) का उद्देश्य देश को स्वछ व साफ बनाना है। स्वछता के इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 04:25 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:25 PM (IST)
स्वच्छता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से करवाएं: उपायुक्त
स्वच्छता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से करवाएं: उपायुक्त

जागरण संवाददाता, नूंह: उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का उद्देश्य देश को स्वच्छ व साफ बनाना है। स्वच्छता के इस मिशन को सफल बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। जिस भी विभाग को स्वच्छता कार्यों से संबंधी जो लक्ष्य दिया गया है, उसे वह प्राथमिकता से पूरा करवाएं। स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए लक्ष्य हासिल करें।

उपायुक्त ने यह निर्देश देते हुए कहा कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन का दूसरा चरण चल रहा है। जिस प्रकार से मिशन के पहले चरण में जिला ने निर्धारित लक्ष्य को हासिल किया था, उसी प्रकार दूसरे चरण में भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए संबंधित विभाग आपसी तालमेल से काम करें। सरकारी सेवाओं के माध्यम से समाज सेवा करने का जो अवसर मिला है, उसे ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ निभाएं। स्वच्छता का मुद्दा सीधे तौर पर हमारे स्वास्थ्य से जुड़ा है, इसलिए इससे जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दें।

उपायुक्त ने कहा साफ-सफाई को लेकर सोच को सकारात्मक बनाएं और इसी के अनुसार अपने व्यवहार में बदलाव लाएं। सार्वजनिक स्थलों व वस्तुओं के प्रति अपना नजरिया बदलना होगा। जिस प्रकार हम अपने घर में साफ-सफाई रखते हैं, उसी प्रकार बाहर भी हम ऐसा ही व्यवहार करते हुए स्वच्छता में अपना सहयोग करें। उन्होंने कहा कि किसी भी अभियान में बिना जन सहयोग के सफलता नहीं मिल सकती है। स्वच्छता मिशन में ग्रामीणों का सहयोग लेते हुए उन्हें अभियान से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें और स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करें।

उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों में शौचालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ करें। जरूरत के अनुसार नए शौचालय बनाए जाएं। स्कूलों में साफ-सफाई के कार्यों को प्राथमिकता से करवाया जाए। बच्चों को स्वच्छता को लेकर जागरूक किया जाए और बच्चों के माध्यम से ग्रामीणों को साफ-सफाई के प्रति जागरूकता संदेश दिया जाए। गांव के विकास कार्यों में बुद्धिजीवी नागरिकों का सहयोग लें और गांव को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना पूर्ण योगदान दें, क्योंकि सकारात्मक व बेहतर कार्य करने से न केवल आत्मिक संतुष्टि मिलती है, बल्कि आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ती है।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वच्छता मिशन को सफल बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा विभिन्न विभागों को इसके साथ जोड़ा गया है। इसमें मनरेगा योजना की अहम भूमिका हो सकती है। संबंधित विभाग स्वच्छता से जुड़े कार्यों को मनरेगा के तहत करवाएं, इससे जहां मिशन संबंधी जिला के लक्ष्य भी पूरे होंगे, वहीं लोगों को रोजगार मिलेगा। साफ-सफाई, पेड़ लगवाने, सोख्ता गढ्डे खुदवाने आदि कार्यों को मनरेगा के तहत करवाएं। इसके अलावा स्वच्छता से जुड़ी परियोजनाओं व मरम्मत के कार्यों को भी मनरेगा के तहत करवाया जा सकता है।

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