अस्पताल में एंबुलेंस की सुविधा नहीं, मरीज परेशान

मरोड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में पिछले 6 महीनों से एंबुलेंस की सुविधा नहीं है। जबकि यहां पर हर महीने करीब 200 महिलाएं बचों को जन्म देती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 03:49 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:24 PM (IST)
अस्पताल में एंबुलेंस की सुविधा नहीं, मरीज परेशान
अस्पताल में एंबुलेंस की सुविधा नहीं, मरीज परेशान

संवाद सहयोगी, नगीना: मरोड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में पिछले 6 महीनों से एंबुलेंस की सुविधा नहीं है। जबकि यहां पर हर महीने करीब 200 महिलाएं बच्चों को जन्म देती हैं। एंबुलेंस ना होने से सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को ही उठानी पड़ती है। कई बार महिलाओं को निजी वाहन तलाशने में ही काफी समय लग जाता है। इतने में डिलीवरी घर पर हो जाती है, जिससे ना केवल महिला की, बल्कि बच्चे की जान को भी खतरा बनता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में कोई कदम उठाने को तैयार नहीं है।

नगीना के इस अस्पताल के क्षेत्र के गांवों की आबादी 60 हजार से भी अधिक है और इसमें 43 गांव लगते हैं। एंबुलेंस की कमी के कारण इन गांवों के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्द ही इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने कदम नहीं उठाया और एंबुलेंस की सुविधा नहीं दी, तो मरीजों को और परेशानी होगी। एंबुलेंस की सुविधा नहीं होने के कारण गर्भवती महिलाओं को निजी अस्पतालों में भी जाना पड़ता है। इससे गरीब तबके के लोग खासे परेशान हैं।

क्षेत्र के जुनैद खान बलई, मोहम्मद आजम, रोजदार, इस्माइल, इसराइल सहित सैकड़ों लोगों ने पीएचसी मरोड़ा में जल्द से जल्द एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराने की मांग की है। क्योंकि जब भी कोई गर्भवती महिला अस्पताल में आने की कोशिश करती है, तो पहले जिला अस्पताल मांडीखेड़ा से एंबुलेंस लानी पड़ती है। उसके बाद यहां पर महिला पहुंचती है। इससे शिशुओं के लिए भी परेशानी बढ़ती है। इसलिए उन्होंने पीएचसी मरोड़ा में जल्द से जल्द एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। पीएचसी मरोड़ा में एंबुलेंस की सुविधा फिलहाल नहीं है। डिलीवरी कराने की पूरी सुविधा यहां पर उपलब्ध है, जो पिछले 6 माह से चल रही है। गर्भवती महिलाओं के लिए एंबुलेंस की सुविधा जिला अस्पताल मांडीखेड़ा से लेनी पड़ती है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। उम्मीद है कि जल्द ही यहां पर भी एंबुलेंस की सुविधा होगी।

- डा. आसिफ, पीएचसी मरोड़ा

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