नए कृषि कानून से किसान बनेगा आत्मनिर्भर: खुर्शीद राजाका
मेवात के सामाजिक संगठन एसोसिएशन फार डेवलपमेंट एंड अवेकनिग आफ मेवात ने रविवार को नगीना के अकलीमपुर जेताका व राजाका गांव में नए कृषि कानून को लेकर किसान संवाद चौपाल का आयोजन किया।
संवाद सहयोगी, नगीना: मेवात के सामाजिक संगठन एसोसिएशन फार डेवलपमेंट एंड अवेकनिग आफ मेवात ने रविवार को नगीना के अकलीमपुर जेताका व राजाका गांव में नए कृषि कानून को लेकर किसान संवाद चौपाल का आयोजन किया।
कार्यक्रम में आदम संस्था के अध्यक्ष व मुख्यवक्ता एवं एमडीए के पूर्व चेयरमैन खुर्शीद राजाका ने किसानों के सवालों के जवाब देते हुए बताया कि ये नए कृषि कानून किसी भी सूरत में किसानों के खिलाफ नहीं हैं। बल्कि नए कृषि कानून से भारत का किसान आत्मनिर्भर बनेगा। इसलिए देश के किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर भरोसा करना चाहिए ताकि हिदुस्तान का किसान खुशहाल व संपन्न हो सके।
खुर्शीद राजाका ने कहा कि आदम संस्था ने कृषि एवं कानून विशेषज्ञों से खुलकर चर्चा करके यह समझा है कि नए कृषि कानून का उद्देश्य केवल किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, तालीम व रोजगार से जोड़कर आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। उन्होंने किसानों को समझाते हुए कहा कि इस कानून का सबसे ज्यादा फायदा छोटे और सीमांत किसानों को मिलेगा। क्योंकि इस कानून के द्वारा एक एकड़ का किसान भी दुनिया के कृषि बाजार से जुड़ जाएगा। इसलिए इस नए कृषि कानून का विरोध करने की बजाए स्वागत करना चाहिए। किसान आंदोलन के नाम पर राजनीति करने वाले लोग भोले-भाले किसानों को डराकर व बहकाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहकर किसानों को फिर से राष्ट्र निर्माण के काम में लगना चाहिए। इस किसान संवाद चौपाल कार्यक्रम में सरपंच अकलीमपुर असरुद्दीन, आस मोहम्मद, सुभान खान, इब्राहिम और समयदीन सहित कई किसानों ने सवाल पूछे तो मुख्यवक्ता से जवाब सुनकर संतुष्ट हुए। प्रवक्ता नदीम सलंबा ने कहा कि ऐसी किसान संवाद चौपाल मेवात सहित पूरे हरियाणा में आयोजित कर आदम संस्था किसानों को जागरूक करेगी।