पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करेंगे बेहतर

जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार एवं जिला प्रशासन गंभीर है। प्रशासन इस साल इस दिशा में बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 07:20 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 07:20 PM (IST)
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करेंगे बेहतर
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करेंगे बेहतर

अख्तर अलवी, फिरोजपुर झिरका

जिले में पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार एवं जिला प्रशासन गंभीर है। प्रशासन इस साल इस दिशा में बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है। जिले में पर्यावरण संकट से उबरने के लिए जिला प्रशासन ने कई योजनाओं को वर्ष 2021 में लागू करने की योजना तैयार की है।

हालाकि इस दिशा में जिले में बड़े स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। चूंकि जिले में पर्यावरण के बिगड़ते संतुलन के कारण भूमिगत जल और वायु प्रदूषण सहित बारिश में भारी कमी आई है। अब इसके लिए सरकार एवं जिला प्रशासन किस कदर गंभीर होकर कार्य करता है ये बात देखने योग्य होगी। हर साल लगाए जा रहे हैं लाखों पौधे

जिला वन अधिकारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में पर्यावरण के संरक्षण के लिए तथा इसके बिगड़ते संतुलन के सही करने के लिए वन विभाग जिले में हर साल लाखों पौधे लगाता है। वन विभाग जिले में पर्यावरण को संरक्षित करने का काम कर रहा है। क्रशर जोन फैला रहे प्रदूषण

हरियाणा सीमा से सटे राजस्थान के नांगल और छपरा गांव में दो बड़े क्रशर जोन हैं। यहां बड़े पैमाने पर खनन कार्य होते हैं। ऐसे में यहां प्रदूषण भी ज्यादा है। यह प्रदूषण हरियाणा के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे वन क्षेत्र के लिए भी खतरनाक साबित हो रहा है। इस प्रदूषण ने पर्यावरण की चाल बिगाड़ी हुई है। हालाकि इस संदर्भ में कार्रवाई सिर्फ तभी होती है जब इलाके में प्रदूषण का ग्राफ खतरे से ऊपर पहुंच जाता है। अवैध खनन से भी फैल रहा प्रदूषण

जिले के दर्जनभर से अधिक गांव अरावली क्षेत्र से घिरे हुए हैं। अधिकांश गांवों में आज भी अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है। इस सूची में प्रमुख गांव बडेड, मंहू, तिगांव और बसईमेव तथा घाटा शमशाबाद आदि हैं। जानकारी के अनुसार, यहां अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध खनन किया जाता है। मतलब यहां सीधे तौर पर प्राकृतिक वातारण को असंतुलित किया जा रहा है। एनजीटी के आदेशों किया जा रहा दरकिनार राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण और इसके कारण बिगड़ते पर्यावरण के संतुलन को लेकर राज्य सरकारों को चेता चुका है। लेकिन क्षेत्र में उड़ते धूल, धुआं और अवैध खनन के मामलों को देखकर लगता है कि सरकारें एनजीटी के आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रही हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। जिले में पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए उचित कदम उठाए गए हैं। उम्मीद है 2021 में जिले में पर्यावरण के संरक्षण को और भी बल मिलेगा।

- रीगन कुमार, एसडीएम फिरोजपुर झिरका

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