कोरोना से दूरी बनाने में मास्क ही है सर्वोत्तम माध्यम : धीरेंद्र
उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि लोगों की लापरवाही और कोविड-19 के नियमों की अनदेखी करने के कारण कोरोना का संक्रमण दोबारा से बढ़ रहा है।
जागरण संवाददाता, नूंह: उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि लोगों की लापरवाही और कोविड-19 के नियमों की अनदेखी करने के कारण कोरोना का संक्रमण दोबारा से बढ़ रहा है। यदि प्रत्येक व्यक्ति कोरोना बचाव के लिए जारी प्रशासनिक हिदायतों व नियमों का पालन करें, तो न केवल कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है, बल्कि दवाई आने तक हम अपना बचाव कर सकते हैं।
उपायुक्त ने कहा कि लोग कोरोना को हल्के में कतई न लें। छोटी सी लापरवाही स्वयं व दूसरों के लिए जानलेवा हो सकती है। कोरोना की दवाई या वैक्सीन आने तक हमें मास्क लगाते हुए व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए इस बीमारी से अपना बचाव करना है। जब तक दवाई नहीं तब तक मास्क ही कोरोना से बचाव का इलाज है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग आपसी तालमेल के साथ कोरोना नियंत्रण को लेकर दिन-रात कार्य में लगे हुए हैं। इसी परिणाम के चलते जिला में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में रही। लेकिन जब तक आमजन इसमें अपना सहयोग नहीं करेंगे, तब तक इस पर पूर्ण नियंत्रण नहीं किया जा सकता है। लाकडाउन में आमजन ने प्रशासन का सहयोग दिया और हम कोरोना को नियंत्रण करने में कामयाब भी रहे थे लेकिन त्योहारी सीजन में लोग बेपरवाह हो गए। इसी के चलते कोरोना के मामले दोबारा से बढने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि अब सर्दी का मौसम भी है, जोकि कोरोना संक्रमण के अनुकूल है। इसलिए हमें अब और अधिक सतर्कता दिखाने की जरूरत है। अभी तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आई है। इसके अलावा अपने हाथों को सैनिटाइज करना, साबुन से हाथों को धोना, उचित दूरी बनाए रखना, भीड़ वाले स्थान पर जाने से बचना आदि छोटी-छोटी सावधानियां हैं, जिन्हें अपनाकर हम स्वयं का व दूसरों का कोरोना से बचाव कर सकते हैं। सरकार द्वारा बिना मास्क वालों पर जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान किया गया है। कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के पाया जाता है, तो उसको 500 रूपये का जुर्माना किया जाएगा।