सूख रही फसल, नहरों में पानी दिलाने की मांग

रनियाला पटाकपुर में 40 वर्ष पहले बने पंप हाउस पर पानी खींचने के लिए लगाई गई मोटरें खराब होने के कारण नहर सूख गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 06:58 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 06:58 PM (IST)
सूख रही फसल, नहरों में पानी दिलाने की मांग
सूख रही फसल, नहरों में पानी दिलाने की मांग

संवाद सहयोगी, नगीना: रनियाला पटाकपुर में 40 वर्ष पहले बने पंप हाउस पर पानी खींचने के लिए लगाई गई मोटरें खराब होने के कारण नहर सूख गई है। तीन में से दो मोटर फिलहाल खराब पड़ी हुई हैं, जिसके कारण किसानों की खेती का कार्य अधूरा पड़ा है। हालांकि किसान लंबे वक्त से मोटरों को बदलने की आवाज उठाते आ रहे हैं, लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है।

शुक्रवार को दर्जनों किसानों ने पंप हाउस पर पहुंचकर जल्द पानी मुहैया कराने की मांग की। मरोड़ा गांव के पूर्व सरपंच इलियास खान, मुख्तियार, शहीद, अब्दुल वहीद, शौकत आदि ने बताया कि 40 वर्ष पहले पंप हाउस बना था तब पानी खींचने के लिए मोटरें लगाई गई थीं। इन्हें बदला नहीं गया है। ये कुछ घंटे चलने के बाद गर्म होकर बंद हो जाती है। पानी नहीं पहुंचने के कारण किसानों की सिचाई नहीं हो रही है।

क्षेत्र के मोहलाका, बसई खांजादा, झिमरावट, मरोड़ा, पुतली, हैबितका, जलालपुर फिरोजपुर आदि गांवों तक पानी नहर में पिछले काफी दिनों से नहीं पहुंच रहा है। जिन किसानों ने बिजाई कर दी है उनके खेतों में बीज नहीं उग रहा है। सलीम सरपंच बसई खांजादा ने कहा कि बगैर सिचाई के खेतों में बिजाई करना मुश्किल हो गया है। मौके पर बनारसी गांव के मास्टर जाफर, नसरू, फज्जर, महिला रहमती, सबीला बेगम ने बताया कि नेताओं के दावे खोखले हैं, उन पर अमल नहीं किया जाता। लोगों ने फिरोजपुर झिरका विधायक से फोन पर मोटरें बदलने की मांग उठाई। विधानसभा की कमेटी ने मोटरों को बदलने की बात मंजूर की थी, लेकिन बदली नहीं गई हैं। किसानों के साथ खड़ा हूं। उनकी आवाज दबने नहीं दूंगा। हमें उम्मीद है कि एक-दो दिन में जल्द ही मोटरें बदली जाएंगी।

- मामन खान इंजीनियर, विधायक फिरोजपुर झिरका

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