डेंगू व मलेरिया के संभावित खतरे को देखते हुए महकमा अलर्ट

कोरोना महामारी के बीच जिले में अचानक आए मलेरिया के मामलों को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 03:35 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 05:07 PM (IST)
डेंगू व मलेरिया के संभावित खतरे को देखते हुए महकमा अलर्ट
डेंगू व मलेरिया के संभावित खतरे को देखते हुए महकमा अलर्ट

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: कोरोना महामारी के बीच जिले में अचानक आए मलेरिया के मामलों को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग ने इस बीमारी की रोकथाम को लेकर क्षेत्र में व्यापक स्तर पर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने इस बाबत अपने तमाम स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर उन्हें अलर्ट रहने को कहा है।

स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी नगर पालिकाओं से तालमेल कर शहरी क्षेत्र में फॉगिग अभियान चलाने की कवायद में भी जुट गया है। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने नगर पालिका प्रशासन को शहर में मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव के लिए पत्र लिखकर उचित कदम उठाने को कहा है। बता दें कि नूंह जिले में मलेरिया ने अचानक दस्तक दी है। यहां अभी तक 22 रोगियों की पहचान की जा चुकी है।

मलेरिया के मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए हाल ही में जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों संग बैठक कर इस बारे में व्यापक स्तर पर कदम उठाने के आदेश दिए हैं। जिलाधीश के आदेशों के पश्चात स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में काम शुरू कर दिया है। मलेरिया को हल्के में नहीं लेना चाहता विभाग

फिरोजपुर झिरका के एसएमओ डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी का प्रकोप आज हम सभी के सामने है। अब हमारे सामने मलेरिया का खतरा भी मंडरा रहा है। ऐसे में इसके लिए हमें अलर्ट रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। लेकिन फिर भी सतर्कता बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग की इस दिशा में जारी की गई तमाम गाइडलाइंस का पालन करना हम सभी के लिए जरूरी है। विभाग अपने स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर मलेरिया व डेंगू के संभावित खतरे को लेकर गंभीरता दिखा रहा है। आसपास जमा न होने दें पानी

डिप्टी एसएमओ डॉ. रविदर साहू ने बताया कि इन दिनों मलेरिया फैलने का सबसे अधिक खतरा रहता है। ये खतरा मच्छर, मक्खियों की वजह से बढ़ता है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों से अपील है कि वो अपने आसपास किसी भी तरह का पानी जमा न होने दें। कूलर, पेड़-पौधों के गमलों आदि की नियमित सफाई करें। पानी की टंकी को पूरी तरह ढक कर रखें। रात में सोते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें। बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में परामर्श के बाद दवा लेना सुनिश्चित करें। जिले में कुल 22 मामले मलेरिया के अभी तक सामने आ चुके हैं। फिरोजपुर झिरका उपमंडल में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन हम फिर भी इसको लेकर अलर्ट हैं।

- डॉ. सुरेंद्र यादव, सिविल सर्जन नूंह

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