चल पशु चिकित्सालय योजना के तहत गांव-गांव जाकर पशुओं का किया जा रहा इलाज

चल पशु चिकित्सालय योजना के तहत पशु पालन एवं डेयरी विभाग द्वारा पशु अस्पताल रहित गांवों में जाकर पशुओं का इलाज किया जा रहा हैजिससे पशुपालकों को पशु के इलाज के लिए दूर-दराज भटकना नहीं पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 04:14 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 05:24 PM (IST)
चल पशु चिकित्सालय योजना के तहत गांव-गांव जाकर पशुओं का किया जा रहा इलाज
चल पशु चिकित्सालय योजना के तहत गांव-गांव जाकर पशुओं का किया जा रहा इलाज

संवाद सहयोगी, पुन्हाना: चल पशु चिकित्सालय योजना के तहत पशु पालन एवं डेयरी विभाग द्वारा पशु अस्पताल रहित गांवों में जाकर पशुओं का इलाज किया जा रहा है,जिससे पशुपालकों को पशु के इलाज के लिए दूर-दराज भटकना नहीं पड़ रहा है।

चल पशु चिकित्सालय गाड़ी के प्रभारी व पशुओं के चिकित्सक डॉ. मुस्ताफा ने बताया कि पशु पालन एवं डेयरी विभाग द्वारा चल पशु चिकित्सालय की सुविधा दी जा रही है। इसके तहत जिन गांवों में विभाग के अस्पताल नहीं हैं, वहां चल पशु चिकित्सालय की गाड़ी जाती है और चिकित्सक पशुओं में होने वाली बीमारियों की जांच करने के साथ ही मौके पर दवा भी दे रहे हैं। इस दौरान पशुओं को बीमारियों से बचाने के उपाय की भी जानकारी दी जा रही है।

योजना के चलते अब गांवों के लोगों को इलाज के लिए पशुओं को दूर-दराज नहीं ले जाना पड़ता है। घर बैठे ही पशुपालकों को पशुओं की इलाज की सुविधा मिल रही है। वहीं विभाग का भी पूरा प्रयास है कि पशु पालकों को उनके गांव में ही पशुओं के इलाज की सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि योजना से पशुपालकों को काफी लाभ मिल रहा है। इससे उनके समय के साथ ही आर्थिक बचत भी हो रही है। चल पशु चिकित्सालय से क्षेत्र में पशु पालन को काफी बढ़ावा मिलेगा। पशुपालकों से भी अपील है कि वो पशुओं के बीमार होने पर चल पशु चिकित्सालय गाड़ी पर आकर पशुओं की जांच कराएं और दवाई भी लें। निजी डॉक्टरों के चक्कर में ना पड़ें।

डॉ. मुस्ताफा, चल पशु चिकित्सालय गाड़ी के प्रभारी

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