नूंह: इलाज करा रहे एक जमाती की मौत, मांडीखेड़ा में कई दिनों से था भर्ती

अल आफिया जिला अस्पताल मांडीखेड़ा के आइसोलेशन वार्ड में कई दिनों से इलाज करा रहे एक तब्लीगी जमात के सदस्य की मौत हो गई।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Apr 2020 04:11 PM (IST) Updated:Sat, 11 Apr 2020 04:14 PM (IST)
नूंह: इलाज करा रहे एक जमाती की मौत, मांडीखेड़ा में कई दिनों से था भर्ती
नूंह: इलाज करा रहे एक जमाती की मौत, मांडीखेड़ा में कई दिनों से था भर्ती

नगीना (नूंह), जागरण संवाददाता। अल आफिया जिला अस्पताल मांडीखेड़ा के आइसोलेशन वार्ड में कई दिनों से इलाज करा रहे एक तब्लीगी जमात के सदस्य की मौत हो गई। मृतक की सैंपल रिपोर्ट पहले से ही नेगेटिव थी। लिहाजा तब्लीगी जमात के सदस्य की मौत कोरोना से नहीं बल्कि किसी अन्य बीमारी की वजह से हुई है जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगी।

नौ साथियों के साथ तब्‍लीगी जमात से निकला था

उपायुक्त पंकज ने बताया कि काले खान पुत्र अलाउद्दीन निवासी अलीगढ़ उम्र 38 वर्ष, कानपुर (यूपी) से अपने 9 साथियों के साथ तब्लीगी जमात में निकला था। उन्होंने बताया कि मृतक जमाती राजकीय कन्या महाविद्यालय सालाहेड़ी में अपने साथियों के साथ क्वारंटाइन सेंटर में था। जिसका मरकज निजामुद्दीन से कोई संबंध नहीं है।

निगेटिव थी रिपोर्ट

उपायुक्त ने जानकारी देते हुए कहा कि काले खान की मृत्यु उपचार के दौरान आइसोलेशन वार्ड मांडीखेड़ा में हुई है। उन्होंने बताया की काले खान का कोरोना वायरस का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई हुई है।

डॉक्‍टर मौत का कारण पता लगाने में जुटे

स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर अब इस बात का पता लगा रहे हैं कि आखिरकार मौत की वजह दिल का दौरा है या कोई अन्य बीमारी से उसकी जान गई है। उपायुक्त ने कहा की जमाती के शव को भिजवाने के लिए उनके परिजनों से तथा कानपुर जिला प्रशासन से संपर्क किया जा रहा है। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी खुलासा हो जाएगा कि जमाती की जान किस बीमारी की वजह से गई है।

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