क्षतिग्रस्त मेनहोल ग्रामीणों के लिए मुसीबत

शहर में इस समय चारों तरफ सीवरेज सेवा के नाम पर मौत के कुएं खुदे नजर आ रहे हैं। बीते 15 दिनों के भीतर इनमें गिरकर आधा दर्जन लोग चोटिल हो चुके हैं। बार-बार हो रहे हादसों को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग और उसके अधिकारी तनिक भी चितित नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 06:09 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 06:09 PM (IST)
क्षतिग्रस्त मेनहोल ग्रामीणों के लिए मुसीबत
क्षतिग्रस्त मेनहोल ग्रामीणों के लिए मुसीबत

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका : शहर में इस समय चारों तरफ सीवरेज सेवा के नाम पर मौत के कुएं खुदे नजर आ रहे हैं। बीते 15 दिनों के भीतर इनमें गिरकर आधा दर्जन लोग चोटिल हो चुके हैं। बार-बार हो रहे हादसों को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग और उसके अधिकारी तनिक भी चितित नहीं हैं। हद की बात तो ये है कि सड़कों पर खुदे गढ्डों को प्रशासन के अधिकारी जानबूझकर अनदेखा कर रहे हैं। शहरवासियों ने सड़कों पर बने सीवरेज के मेनहोल को दुरुस्त करवाने की मांग की है।

बता दें कि अब से 12 साल पहले शहर को सीवरेज व्यवस्था से जोड़ने के लिए करीब आठ करोड़ की लागत से सीवर लाइन बिछाई गई थी। लाइन बिछाने के दौरान इसमें अनियमिताएं बरती गई। बेहिसाब सड़कों को तोड़ा गया। इसमें नगर पालिका को भी लाखों का नुकसान हुआ। इसमें चिताजनक बात ये है कि ये सीवर लाइन आजतक न तो चालू हो सकी और न ही इसका आजतक काम पूरा हो सका। काम पूरा न होने के चलते ये सीवरेज सेवा लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है। शहरवासी संतराम गोयल, धर्मपाल सिंह, महेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, हसीन अहमद आदि का कहना है कि शहर में इस समय जगह-जगह सीवरेज के मेनहोल टूटे हुए हैं। जिनमें लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। कई जगह जहां-जहां सीवरेज के मेनहोल को ठीक किया गया है वे भी परेशानी खड़ा कर रहे हैं। दरअसल, ठेकेदार ने मनमानी कर उन्हें ऊंचा बना दिया है जो राहगीरों के लिए ठोकरें बने हुए हैं।

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जहां-जहां सीवरेज लाइन व मेनहोल टूटे हैं उन सभी का निरीक्षण करवाया जा रहा है। जेई को रिपोर्ट तैयार करने के लिए बोला गया है। भारी वाहनों की वजह से मेनहोल टूटे हैं, जिन्होंने तोड़े हैं उन्हें चिन्हित कर लिया गया है जल्द ही इस बाबत मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।

- महबूब खान कनिष्ठ अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग फिरोजपुर झिरका

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