सड़कों से ज्रेबा क्रॉसिग पट्टी गायब, कैसे हो यातायात नियमों का पालन
सड़कों पर होने वाली अधिकतर दुर्घटनाएं वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों की अनदेखी के कारण ही होती है लेकिन यातायात नियमों को सख्ती से लागू करवाने में जिला पुलिस फेल दिखाई दे रही है।
जागरण संवाददाता, नारनौल : सड़कों पर होने वाली अधिकतर दुर्घटनाएं वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों की अनदेखी के कारण ही होती है, लेकिन यातायात नियमों को सख्ती से लागू करवाने में जिला पुलिस फेल दिखाई दे रही है। हालांकि जिला यातायात पुलिस द्वारा समय-समय पर यातायात नियमों के प्रति वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए यातायात पुलिस द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता हैं, लेकिन नियमों का पालन करवाने के लिए कोई योजना नहीं हैं। केवल वाहन चालकों का चालान काटकर पुलिस अपनी इतिश्री कर लेती है। कई बार यातायात पुलिस को चालान काटते हुए देखकर वाहन चालक भी चालान कटने के डर से अपने वाहन को इधर-उधर तंग गलियों या बाजारों में दौड़ा देते हैं। इससे कई बार दुर्घटना भी हो जाती है। मगर यातायात के नियमों का पालन करवाने के लिए जरूरी ट्रैफिक लाइट, जेब्रा क्रॉसिग व सड़कों पर सफेद पट्टियों को बनवाने के अलावा डिवाइडरों को सही करवाने जैसी जरूरी बाते शहर से गायब है।
यातायात नियमों के लिए ट्रैफिक लाइटें, सड़क पर सफेद पटिट्यों के अलावा जेब्रा क्रॉसिग आदि प्रमुख रूप से आते हैं। दिल्ली, गुरुग्राम व अन्य बड़े शहरों में भी इन्हीं नियमों का पालन नहीं करने पर ही चालान किया जाता है, लेकिन जिले में यातायात पुलिस केवल हेलमेट, सीट बेल्ट व अन्य कागजात के लिए ही वाहनों का चालान करती है। उन्हें ट्रैफिक लाइटें, सफेद पटिट्यां व ज्रेबा क्रॉसिग जैसे नियमों से कोई लेना-देना नहीं है। यातायात पुलिस को तो चालान काटकर अपनी खानापूर्ति करना है न कि यातायात नियमों का पालन करवाने के लिए आवश्यक सुविधाओं को लागू करवाना है।
पिछले कई माह से खराब पड़ी ट्रैफिक लाइटें : महेंद्रगढ़ के राव तुलाराम चौक व नारनौल के महावीर चौक पर लगी ट्रैफिक लाइटें पिछले काफी समय से खराब पड़ी है। नारनौल शहर का महावीर चौक व राव तुलाराम चौक जोकि शहर का सबसे व्यस्ततम चौक हैं। यहां यातायात का भारी दबाव रहता है। परंतु ट्रैफिक लाइटें खराब रहने से इन स्थानों पर हमेशा हादसा होने का भय बना रहता है, क्योंकि चौराहा होने के कारण यहां से चारों तरफ से वाहनों का आवागमन होता है, लेकिन यातायात लाइटें नहीं होने के कारण चालक अपने वाहन को बिना चारों ओर देखे तेजी से दौड़ाकर निकालने का प्रयास करता है जोकि हादसे का शिकार हो जाता है।