अंतिम टेल तक अभी नही पहुंचा पानी, इंतजार में निकल रहा बिजाई का समय
रबी सीजन की नकदी फसल सरसों की बिजाई करना किसानों के लिए आज संकट है।
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी: रबी सीजन की नकदी फसल सरसों की बिजाई करना किसानों के लिए आज भी चुनौती बना हुआ है। अंतिम टेल तक नहरी पानी नहीं पहुंचने से खेत सिचाई से वंचित है। किसानों का पानी के इंतजार में बिजाई का समय बीतता जा रहा है। इससे समय पर सरसों की बिजाई नहीं होने से किसानों की चिता बढ़ी हुई है। डार्कजोन में टयूबवेल खराब होने से अब सिचाई को लेकर किसानों की निगाह केवल नहरी पानी पर टिकी हुई है।
नांगल चौधरी में भूमिगत जल स्तर सूखने से खेती-बाड़ी पर संकट गहराने लगा है। घटते बारिश के कारण से यहां भूमिगत जल रसातल में पहुंच गया है। जिससे किसानों के कृषि टयूबवेल भी नकारा हो गए हैं। पंद्रह सौ फीट तक किसानों को भूमिगत जल स्तर हाथ नहीं लग रहा है। इससे सिचाई के पानी की उपलब्धता न होने के कारण बंजर रकबा बढ़ने लगा है। किसानों की सिचाई संबंधित समस्या समाधान के लिए विधायक डा अभय सिंह ने यहां अस्सी के दशक की जर्जर नहरों का पुनरुद्धार करवाया। पानी की उठान प्रक्रिया को दुरुस्त किया गया। लेकिन पानी की अधिक मारामारी से अंतिम टेल तक पानी पहुंचाना अब भी विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। वर्जन----- नहरों में तीन दिन से ही पानी आया है। अबकी बार पानी भी कम ही मिला है। छह नंबर पंप हाउस तक पानी चल रहा है। रबी फसल बिजाई को देखते हुए अंतिम टेल तक पानी पहुंचाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। अगले दो-तीन दिन में अंतिम टेल तक पानी पहुंचा दिया जाएगा।
--नितिन भार्गव,
एसडीओ नहर,
विभाग नारनौल।